ज्वाइंट प्लेटफॉर्म ऑफ डॉक्टर्स के बैनर तले एनआरएस से धर्मतला तक निकाली गयी रैली
स्वास्थ्य सचिव व कोलकाता पुलिस के सीपी की भूमिका पर उठे सवाल कोलकाता. आरजी कर कांड में न्याय की मांग को लेकर रविवार को ज्वाइंट प्लेटफॉर्म ऑफ डॉक्टर्स के बैनर तले चिकित्सकों ने एनआरएस मेडिकल कॉलेज से धर्मतला, रानी रासमणि तक रैली निकाली. इस रैली में पीड़िता के माता-पिता भी शामिल हुए थे. रैली में शामिल चिकित्सकों ने ””वी वांट जस्टिस”””””””” लिखे काले गुब्बारे उड़ाये. इस दौरान संगठन की ओर से कहा गया कि हमारी केवल एक ही मांग है ””जस्टिस””. रैली में सरकारी व निजी अस्पतालों के वरिष्ठ डॉक्टरों के साथ अन्य स्वास्थ्यकर्मी सह मेडिकल स्टूडेंट्स ने भी शिरकत की. प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका पर चिकित्सकों ने उठाये सवाल : रैली के धर्मतला रासमणि एवेन्यू पहुंचने पर डॉ उत्पल बंद्योपाध्याय ने बताया कि मामले को शुरू से ही दबाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कोलकाता पुलिस के आयुक्त और स्वास्थ्य सचिव की भूमिका पर भी सवाल उठाये. उन्होंने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग भ्रष्टाचार से भरा पड़ा है. मामले में प्रशासनिक अधिकारियों को भी जांच के दायरे में लाना चाहिए. डॉ कौशिक चाकी ने बताया कि इस मामले में पीड़ित परिवार को न्याय न मिले, इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में राज्य सरकार की ओर से 23-24 वकीलों को उतारा गया है.बीमार ओसी को इलाज के लिए भर्ती नहीं करने वाले अस्पतालों को धमका रहा स्वास्थ्य विभाग
टाला थाने के ऑफिसर इंचार्ज (ओसी) बीमार हैं. वह इस वक्त किसी नर्सिंग होम में भर्ती हैं. पर अस्पताल में भर्ती होने से पहले उन्हें कई निजी अस्पतालों से भर्ती लेने से इनकार किया था. इस संबंध में डॉ बंद्योपाध्याय ने बताया कि हमें नहीं मालूम कि वह किसी अस्पताल में भर्ती हैं. उनकी तबीयत खराब है या नहीं इसकी भी जानकारी हमें नहीं है. पर, उस दिन जिन अस्पतालों ने इलाज के लिए बीमार ओसी को अपने यहां एडमिट नहीं किया था, उन सभी निजी अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग से फोन कर धमकाया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है