सीने में दर्द की दवा के लिए दर-दर भटके टाला थाने के ओसी
चार निजी अस्पतालों ने लौटाया
चार निजी अस्पतालों ने लौटाया
अंत में थियेटर रोड स्थित एक नर्सिंगहोम में शुरू हुआ इलाज
आरजी कर कांड के बाद सुर्खियों में आये थे ओसी अभिजीत मंडल
कोलकाता.आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की घटना के बाद सुर्खियों में आये टाला थाने के ओसी अभिजीत मंडल को अचानक सीने में तकलीफ की शिकायत होने के बाद इलाज के लिए महानगर के चार प्राइवेट अस्पतालों का उन्हें चक्कर लगाना पड़ा. हालांकि उन्हें चारों में से किसी भी अस्पताल ने भर्ती नहीं लिया. बाद में उन्हें शेक्सपीयर सरणी स्थित एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अभिजीत को बुधवार रात सीने में तकलीफ महसूस हो रही थी. वह दक्षिण कोलकाता के एक के बाद एक चार निजी अस्पतालों में गये. हालांकि हर अस्पताल से यही कहा गया कि उनकी शारीरिक समस्या गंभीर नहीं है. यानी अस्पताल में भर्ती होने की कोई जरूरत नहीं है. चार अस्पतालों से यह कह कर उन्हें लौटा दिया गया. अंतत: करीब तीन घंटे परेशान होने के बाद उन्हें शेक्सपीयर सरणी स्थित एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया. इन चार अस्पतालों की ओर से बताया गया है कि टाला थाने के ओसी को सीने में कुछ तकलीफ थी. शरीर में पानी की कमी हो गयी थी, जिससे ब्लड प्रेशर थोड़ा बढ़ गया था. हालांकि, अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति नहीं है. दवा खाकर ठीक हो सकते हैं, इसलिए उन्हें भर्ती नहीं किया जा सकता. यह कहकर चारों निजी अस्पतालों से उन्हें लौटा दिया गया.
इस घटना को आरजी कर कांड से जोड़ कर देखा जा रहा है. आरजी कर अस्पताल की इमरजेंसी बिल्डिंग के सेमीनार रूम से गत नौ अगस्त को एक जूनियर महिला डॉक्टर का शव बरामद हुआ था. बलात्कार करने के बाद उसकी हत्या कर दी गयी थी. आरजी कर अस्पताल टाला थाने के अधीन है. इस घटना में पुलिस की भूमिका शुरू से ही सवालों के घेरे में रही. फिलहाल इस घटना की जांच सीबीआइ को सौंप दी गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है