पीली टैक्सियों को बचाने लिए सड़कों पर उतरे चालक
पीली टैक्सियों को बचाने के लिए गुरुवार को टैक्सी चालक सड़कों पर उतरे. टैक्सी मालिकों और टैक्सी चालकों ने गुरुवार को धर्मतला में लेनिन की प्रतिमा के पास धरना दिया.
कोलकाता. पीली टैक्सियों को बचाने के लिए गुरुवार को टैक्सी चालक सड़कों पर उतरे. टैक्सी मालिकों और टैक्सी चालकों ने गुरुवार को धर्मतला में लेनिन की प्रतिमा के पास धरना दिया. धरना में टैक्सी चालक अपनी टैक्सियों के साथ शामिल हुए. एआइटीयूसी समर्थित परिवहन संगठन पश्चिम बंगाल टैक्सी ऑपरेटर समन्वय समिति के बैनर तले आयोजित बैठक को विप्लव भट्ट, एआइटीयूसी के संयोजक नवल किशोर श्रीवास्तव, रविंद्र प्रसाद, अरुप चट्टराज, शांति घोष, देबू साव ने संबोधित किया. इस दौरान समन्वय समिति द्वारा बताया गया कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गयीं तो पश्चिम बंगाल टैक्सी ऑपरेटर समन्वय समिति के बैनर तले छह फरवरी को हावड़ा स्टेशन पर टैक्सी चालक धरना देंगे. धरना दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक चला. श्री श्रीवास्तव ने इस दौरान वाहन निरस्तीकरण की अवधि 15 वर्ष से बढ़ाकर 20 वर्ष करने की मांग की. परिवहन संगठनों की मांग है कि नयी गाड़ी को पुराने परमिट पर उतारने की अनुमति राज्य सरकार दे. इसके साथ ही नयी गाड़ियों के लिए सरकार की तरफ से 50 हजार तक की सहायता राशि टैक्सी चालकों को मिले. श्री श्रीवास्तव ने बताया कि मंगलवार को परिवहन मंत्री के साथ हुई बैठक में कई मुद्दों पर सहमति बनी है.
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