जीरो बैलेंस अकाउंट खोलने के नाम पर दोस्त से दगा, दूसरा अकाउंट खोल किया ठगी, दिल्ली पुलिस ने दुर्गापुर से किया गिरफ्तार
Bengal news, Durgapur news : साइबर क्रिमिनल ठगी करने के लिए तरह-तरह का हथकंडे अपनाने से बाज नहीं आ रहे हैं. इस बार एक साइबर क्रिमिनल सुकांत दास अपने दोस्त को दगा देकर फर्जी बैंक अकाउंट खोला. इस अकाउंट में दिल्ली के एक व्यवसायी से करीब 1.60 लाख रुपये की ठगी की. पीड़ित व्यवसायी की शिकायत पर दिल्ली के साउथ कैंपस थाना की पुलिस शनिवार को दुर्गापुर पहुंची. यहां न्यू टाउनशिप थाना पुलिस के सहयोग से मामरा के सुभाषपल्ली निवासी मंगल मुखर्जी को गिरफ्तार किया. रविवार को आरोपी को दुर्गापुर महकमा अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर मंगल मुखर्जी को ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लेकर रवाना हो गयी.
Bengal news, Durgapur news : दुर्गापुर (कोलकाता) : साइबर क्रिमिनल ठगी करने के लिए तरह-तरह का हथकंडे अपनाने से बाज नहीं आ रहे हैं. इस बार एक साइबर क्रिमिनल सुकांत दास अपने दोस्त को दगा देकर फर्जी बैंक अकाउंट खोला. इस अकाउंट में दिल्ली के एक व्यवसायी से करीब 1.60 लाख रुपये की ठगी की. पीड़ित व्यवसायी की शिकायत पर दिल्ली के साउथ कैंपस थाना की पुलिस शनिवार को दुर्गापुर पहुंची. यहां न्यू टाउनशिप थाना पुलिस के सहयोग से मामरा के सुभाषपल्ली निवासी मंगल मुखर्जी को गिरफ्तार किया. रविवार को आरोपी को दुर्गापुर महकमा अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर मंगल मुखर्जी को ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लेकर रवाना हो गयी.
क्या है मामला
दुर्गापुर के साइबर क्रिमिनल सुकांत दास का मामरा के सुभाषपल्ली निवासी मंगल मुखर्जी के साथ स्कूल के समय से दोस्ती थी. कुछ महीने पहले सुकांत ने जीरो बैलेंस पर अकाउंट खोलने का आश्वासन देते हुए मंगल मुखर्जी से उसका वोटर कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड सहित सभी आईडी मांग लिया. दोस्त पर विश्वास कर मंगल ने अपना सभी आईडी सुकांत को दे दिया. उसके बाद अचानक लॉकडाउन हो जाने के कारण सुकांत ने मंगल को बहाना बनाकर अकाउंट खोलने में देरी होने हवाला दिया. उसके बाद मंगल सुकांत से अपना पासबुक मांगना भूल गया. सुकांत ने इसी का फायदा उठाते हुए बड़े ही चालाकी से साइबर क्राइम के तहत दिल्ली के कांता रावत नामक व्यवसाई को एटीएम हैक कर उनका करीब एक लाख 60 हजार रुपये मंगल के अकाउंट में ट्रांसफर कर लिया.
वहीं, धोखाधड़ी के शिकार हुए व्यवसायी कांता रावत ने दिल्ली में एटीएम से रुपये गायब होने की शिकायत दर्ज करायी. शिकायत के आधार पर दिल्ली पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की, तो पता चला कि सभी रुपये दुर्गापुर के मंगल मुखर्जी नामक व्यक्ति के अकाउंट में ट्रांसफर हुए हैं. दिल्ली पुलिस मंगल मुखर्जी को गिरफ्त में लेने के लि शनिवार को दुर्गापुर पहुंची एवं न्यू टाउनशिप थाना के सहयोग से मंगल मुखर्जी को उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया.
इस संदर्भ में दिल्ली पुलिस के अधिकारी सुरिंदर सिंह ने कहा कि पूरी घटना की जांच शुरू की गयी है. यह मामला साइबर क्राइम के अधीन है. पूरा मामला जांच के दायरे में है. जल्द ही पूरी घटना का पर्दाफाश किया जायेगा. वहीं, गिरफ्तार हुए मंगल मुखर्जी की मां ने कहा कि मंगल को उसके दोस्त सुकांत ने फसाया है. दोस्ती का हवाला देकर सुकांत ने मेरे बेटे के आईडी का इस्तेमाल कर निजी बैंक में अकाउंट खोलकर उसका हस्ताक्षर का डुप्लीकेट कर साइबर क्राइम की घटना को अंजाम देते हुए मेरे बेटे के एकाउंट में सारा रुपया ट्रांसफर कर खुद घर से लापता हो गया है.
दुर्गापुर कोर्ट के वकील देवव्रत साई ने कहा कि यह घटना दोस्ती में विश्वासघात है, जिस कारण मंगल मुखर्जी पुलिस के चक्कर में फंस गया है. दिल्ली पुलिस मंगल मुखर्जी को दोपहर ट्रेन के जरिये दिल्ली लेकर रवाना हुई . मंगल को 48 घंटे के भीतर दिल्ली की अदालत में पेश करना है. ऑनलाइन के माध्यम से वित्तीय धोखाधड़ी की घटना ने दुर्गापुर शहर में हलचल मचा दी है तथा समाज के लोगों को साइबर क्राइम के प्रति और अधिक सचेत रहने की हिदायत दी जा रही है.
Posted By : Samir Ranjan.