जरूरी सेवा से जुड़े कर्मियों को अब 15 दिन मिलेगी विशेष छुट्टी : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने पुलिस, दमकल, नगरपालिका व स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिवर्ष 10 विशेष छुट्टी को बढ़ा कर 15 करने की घोषणा की.
बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री
ममता बनर्जी ने की घोषणा
प्रतिनिधि, विधाननगर शुक्रवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने न्यूटाउन के आदिवासी भवन में बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पुलिस, दमकल, नगरपालिका व स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिवर्ष 10 विशेष छुट्टी को बढ़ा कर 15 करने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि जो लोग जनता के लिए 24 घंटे काम करते हैं, उन्हें योग्य सम्मान मिलना चाहिए. इसलिए उनकी विशेष छुट्टी को 10 दिन से बढ़ा कर 15 दिन किया जा रहा है. इससे पुलिस, दमकल व स्वास्थ्य कर्मियों को लाभ मिलेगा. मुख्यमंत्री की घोषणा से जरूरी सेवा से जुड़े लोगों में खुशी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगली पीढ़ी के पास बिरसा मुंडा के अवदान को पहुंचाना होगा. मौके पर आदिवासी समुदाय के लोगों को धामसा, मादल भी दिया. उन्होंने कहा कि पहले आदिवासियों की जमीन दखल हो जाती थी. अब आदिवासियों की जमीन पर कोई दखल नहीं कर सकता है. जंगल का अधिकार आदिवासियों के पास ही रहना उचित है. जंगलमहल में इस समय शांति लौटी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी विद्यार्थियों के 310 हॉस्टल बनाए गए हैं. पहले आदिवासियों के विकास के लिए कोई विभाग नहीं था. अब आदिवासियों के विकास के लिए बजट भी निर्धारित किया जा रहा है. बजट में बढ़ोतरी की गयी है. संथाली भाषा को स्वीकृति दी गयी है. उन्होंने कहा कि सरना धर्म को मान्यता देने के लिए विधानसभा में विधेयक लाया गया है. सरना धर्म को केंद्र सरकार भी मान्यता प्रदान करे. बिरसा मुंडा के योगदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वजह से ही बिरसा भगवान के रूप में परिचित हैं. आनेवाले दिनों में आदिवासी भी ओलिंपिक में जीत दर्ज करेंगे. उन्होंने कहा कि राज्य में 21 लाख 62 हजार छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति दी जाती है. आदिवासी समुदाय के लिए बहुत सारी आइसीडीएस केंद्र भी बनाये गये हैं. एक करोड़ 62 लाख से अधिक जाति प्रमाण-पत्र राज्य सरकार ने दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है