भड़के परिजनों ने किया नर्सिंग होम में हंगामा
परिजनों ने बताया कि बिना उनकी अनुमति के ही डॉक्टर ने गर्भाशय को निकाल दिया, जबकि डॉ अंतरा दास के अनुसार, प्रसव के समय ऑपरेशन थियेटर में प्रसूता की तबीयत बिगड़ गयी थी.
डॉक्टर ने आरोप को बताया गलत कहा- जान बचाने के लिए जरूरी था गर्भाशय निकालना हावड़ा. डोमजूर थाना अंतर्गत काटलिया इलाके में स्थित एक नर्सिंग होम में प्रसव के बाद प्रसूता का गर्भाशय निकाले जाने की खबर मिलते ही परिजन भड़क उड़े और उन्होंने जमकर हंगामा व तोड़फोड़ की. घटना की खबर पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को काबू में किया. परिजनों ने बताया कि बिना उनकी अनुमति के ही डॉक्टर ने गर्भाशय को निकाल दिया, जबकि डॉ अंतरा दास के अनुसार, प्रसव के समय ऑपरेशन थियेटर में प्रसूता की तबीयत बिगड़ गयी थी. काफी खून निकल रहा था, जान बचाने के लिए गर्भाशय निकालना जरूरी था. डॉ दास ने बताया कि प्रसूता के पति से पूछकर ऐसा किया गया है. जानकारी के अनुसार, शनिवार सुबह आठ बजे प्रसूता नासिरा बेगम को नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया. दो घंटे बाद डॉ अंतरा दास उसे लेकर ऑपरेशन थियेटर गयीं, जहां महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया. लेकिन डॉ दास के अनुसार, डिलिवरी के बाद खून काफी बहने लगा था. मरीज की जान बचाने के लिए गर्भाशय को निकालना जरूरी हो गया था. ऐसा नहीं करने पर मरीज की हालत काफी बिगड़ जाती. उन्होंने कहा कि पति की अनुमति के बाद ही महिला का गर्भाशय निकाला गया है. मरीज को खून देना बेहद जरूरी था. परिजनों को खून लाने के लिए कहा गया है, लेकिन वे लोग हंगामा करने लगे.
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