बारिश भी नहीं रोक पायी जूनियर डॉक्टरों का हौसला
रविवार को सॉल्टलेक सेंट्रल पार्क से स्वास्थ्य भवन तक महारैली निकाली गयी. पांच सूत्री मांग को लेकर निकाली गयी इस रैली में सीनियर डॉक्टर्स और नर्सों के साथ बड़ी संख्या में आम लोग भी जुड़े थे.
न्याय के लिए महारैली, आम लोग भी उमड़े
सीनियर डॉक्टरों ने भी कदम से कदम मिलाये
एकजुटता दिखाने के लिए लोगों ने मोबाइल के टार्च लाइट जलाये
संवाददाता, कोलकाताकाली घाट स्थित सीएम आवास पर नाटकीय ढंग से बैठक रद्द होने के बाद देर रात को जूनियर डॉक्टरों ने महारैली की घोषणा की थी. ऐसे में रविवार को सॉल्टलेक सेंट्रल पार्क से स्वास्थ्य भवन तक महारैली निकाली गयी. पांच सूत्री मांग को लेकर निकाली गयी इस रैली में सीनियर डॉक्टर्स और नर्सों के साथ बड़ी संख्या में आम लोग भी जुड़े थे. रविवार को दिन भर रूक-रूक कर बारिश होती रही, पर रैली में हिस्सा लेने वाले लोगों ने बारिश की परवाह किये बगैर महारैली में पैदल मार्च किया. बता दें कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल की पीड़िता के लिए न्याय की मांग पर जूनियर डॉक्टर पिछले मंगलवार से स्वास्थ्य भवन से 100 मीटर दूर धरने पर बैठे हुए हैं. वहीं आरजी कर की घटना के विरोध पिछले छह दिनों से पांच सूत्री मांग पर जूनियर डॉक्टर्स सरकार के साथ बैठक करने की कोशिश कर रहे हैं. जुलूस की पहली कतार में शामिल चिकित्सकों के एक हाथ में एक बड़ा बैनर था. जिस पर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा था, ‘भीख मत मांगो’ यानी डॉक्टर समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि हम सरकार से भीख नहीं मान रहे हैं. वे न्याय की मांग कर रहे हैं. जुलूस में आरजी कर की पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए नारे लगे. रैली में शामिल चिकित्सक व आम लोगों ने तिरंगा भी लहराया. रैली में शामिल लोगों ने एकजुटता दिखाने के लिए मोबाइल फोन के टार्च लाइट को जलाया. वहीं, जुलूस में कोई अव्यवस्था न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए डॉक्टरों को मानव श्रृंखला बनाते हुए भी देखा गया. इस रैली को देखने के लिए सड़कों के दोनों किनारे बड़ी संख्या में लोग जुटे थे. इन लोगों ने भी अपना हाथ हिला कर चिकित्सकों को अपना समर्थन जताया. रैली के स्वास्थ्य विभाग पहुंचने जूनियर डॉक्टर किंजल नंदा ने कहा कि उनकी मांगों को पूरा करने के लिए प्रशासन की ओर से कुछ भी नहीं किया गया है. उन्होंने पुलिस कमिश्नर के इस्तीफे की मांग की. इसके साथ ही उन्होंने जिला अस्पतालों के बुनियादी ढांचे पर भी सवाल उठाए. गौरतलब है कि आरजी घटना की विरोध में जूनियर डॉक्टर स्वास्थ्य सचिव, स्वास्थ्य निदेशक और स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक को हटाये जाने सह पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल और डीसी नॉर्थ और डीसी साउथ के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है