कोलकाता. 30वें केआइएफएफ के उद्घाटन समारोह में प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार कोई बड़ा बॉलीवुड सितारा नहीं दिखा. समारोह में टॉलीवुड के कई सितारे दिखे और विदेशी प्रतिनिधि शामिल हुए, लेकिन आसनसोल के सांसद व अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के अलावा बॉलीवुड का कोई सितारा यहां दिखायी नहीं दिया. 30वें केआइएफएफ के उद्घाटन कार्यक्रम में अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान या सलमान खान जैसे बड़े सितारे इस बार फिल्मोत्सव का हिस्सा क्यों नहीं बने, यह रहस्य बना हुआ है. हालांकि बालीवुड व टॉलीवुड सितारों को देखने के लिए धनधान्य ऑडिटोरियम के बाहर लोगों की काफी भीड़ दिखायी दी. लेकिन इस बार दर्शकों को काफी निराशा हुई. मंच पर टॉलीवुड के कई अभिनेता भी दिखायी दिये. हालांकि शबाना आजमी और जावेद अख्तर के बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहने की संभावना थी, लेकिन इनकी भी गैरहाजिरी देखी गयी. हालांकि सीएम ममता ने अपने संबोधन में कहा कि अमिताभ बच्चन की तबीयत ठीक नहीं है, इसलिए वह नहीं आ सके. मैं उनकी सेहत को लेकर चिंतित हूं. लेकिन दर्शक काफी निराश हुए. मंच पर देव, चिरंजीत, प्रसेनजीत, रंजीत मल्लिक, राज जैसे टॉलीवुड सितारे व राज्य सरकार के कई मंत्री उपस्थित रहे. लेकिन बॉलीवुड स्टार के नहीं आने से दर्शकों को काफी निराशा हुई. उद्घाटन समारोह का संचालन जून मालिया व जीशू ने किया.
आयरन लेडी हैं ममतामयी ममता : शत्रुघ्न
धनधान्य ऑडिटोरियम में आयोजित 30वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (केआइएफएफ) के उद्घाटन कार्यक्रम में मंच से आसनसोल के सांसद व अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा : इस उत्सव में आकर बहुत उत्साहित हूं. मुझे खुशी है कि मुख्यमंत्री ने उनको बंगाल के समृद्ध कल्चर, राजनीति व सिनेमा जगत से जोड़ा है. मैंने सोचा नहीं था कि अभिनय के अलावा बंगाल की जनता से इस रूप में कभी जुड़ पाऊंगा या केआइएफएफ का हिस्सा बन पाऊंगा. सिन्हा ने कहा : ममतामयी ममता बनर्जी एक आयरन लेडी हैं और उनकी लीडरशिप में बंगाल बहुत आगे जायेगा. बांग्ला भाषा व कल्चर को हेरिटेज का दर्जा दिलाने में सीएम का काफी योगदान है. मैं उनके प्रति हमेशा आभारी रहूंगा. मैंने गुरु गौतम घोष से भी बहुत कुछ सीखा है और दुलाल गुहा से भी.बांग्ला सिनेमा विश्व में है प्रसिद्ध : सौरभ
मौके पर मौजूद पूर्व क्रिकेटर सौरभ गांगुली ने कहा : इस उत्सव में हर साल आता हूं. बांग्ला सिनेमा विश्व में प्रसिद्ध है. हमारी बांग्ला फिल्में मनोरंजन ही नहीं करतीं, बल्कि इन फिल्मों का एक बहुत समृद्ध इतिहास है, जिसमें कई नामी बांग्ला फिल्म निर्देशकों का योगदान है. सत्यजीत रे, रितिक घटक, कौशिक गांगुली जैसे सितारों ने बांग्ला सिनेमा को क्षितिज पर पहुंचाया है. यह हमारे लिए गर्व की बात है.सिनेमा समय की सामूहिक स्मृति : गौतम घोष
केआइएफएफ के अध्यक्ष गौतम घोष ने युद्ध और जलवायु संकट के दौरान सकारात्मकता को बढ़ावा देने में फिल्म और कला की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि सिनेमा समय की सामूहिक स्मृति है. इस उत्सव में न केवल कोलकाता के, बल्कि देश-विदेश के सिने प्रेमी भी बहुत आनंदित होते हैं. यह हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा है. दुनिया के विभिन्न कोनों की फीचर फिल्मों, लघु फिल्मों और वृत्तचित्रों के माध्यम से इस स्मृति को ताजा करेंगे. उद्घाटन समारोह में बांग्ला फिल्मों के अभिनेता रंजीत मल्लिक ने भी सिनेमा के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बंगाल के फिल्म निर्देशकों व कलाकारों की भूमिका पर अपने विचार साझा किये.मेरे लिए गर्व व खुशी का क्षण : पाब्लो सीजर
कार्यक्रम में अर्जेंटीना के फिल्म निर्देशक पाब्लो सीजर ने कहा कि केआइएफएफ में उनकी फिल्में दिखायी जायेंगी. यह मेरे लिए काफी गर्व व खुशी का मौका है. बंगाल में सत्यजीत रे व रितिक घटक जैसे महान कलाकारों ने सिनेमा जगत को काफी ऊंचा स्थान दिलाया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है