2335 प्राथमिक स्कूलों में पांचवीं को शामिल किया गया
चौथी कक्षा पास करने के बाद एक और स्कूल में बच्चों को पांचवीं के लिए जाना पड़ता था.
कोलकाता. राज्य में प्राथमिक विद्यालयों की संख्या 49 हजार 375 है. 2018 में प्राथमिक विद्यालयों में पांचवीं कक्षा को जोड़ने की प्रक्रिया शुरू हुई. अब 2335 प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा पांच को शामिल किया गया है. चौथी कक्षा पास करने के बाद एक और स्कूल में बच्चों को पांचवीं के लिए जाना पड़ता था. नये स्कूल में पुराने सहपाठियों को छोड़ना पड़ता था. अब ऐसा नहीं होगा. कुछ साल पहले राज्य सरकार ने प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा पांच तक की कक्षाएं चलाने का निर्णय लिया था. फिर पांचवीं कक्षा को धीरे-धीरे प्राथमिक विद्यालयों में जोड़ा जा रहा है. इस बार स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश के 2335 प्राइमरी स्कूलों में कक्षा पांच को शामिल करने का निर्णय लिया है. शैक्षणिक वर्ष 2025 से उन स्कूलों में पांचवीं की पढ़ाई शुरू की जायेगी.
स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से बुधवार को एक अधिसूचना में बताया गया कि शैक्षणिक वर्ष 2025 से राज्य के 2335 प्राथमिक स्कूलों में कक्षा पांच तक की पढ़ाई होगी. परिणामस्वरूप, इस शैक्षणिक वर्ष के अंत में इन 2000 से अधिक स्कूलों में कक्षा चार उत्तीर्ण करने वाले सभी छात्रों को अपने ही स्कूल में कक्षा पांच में पढ़ने का अवसर मिलेगा.
जानकार सूत्रों का कहना है कि अगर कक्षा पांच को प्राथमिक विद्यालयों में जोड़ दिया गया तो एक झटके में उच्च विद्यालयों में छात्रों की संख्या कई लाख कम हो जायेगी. इससे हाइस्कूल पर दबाव कम होगा. कई लोग हाइस्कूलों में शिक्षकों की कमी का हवाला दे रहे हैं. उनके मुताबिक भर्ती रुकने के कारण हाइस्कूलों में शिक्षकों की संख्या कम है. प्राथमिक विद्यालयों में पांचवीं कक्षा जोड़ने से उच्च विद्यालय के शिक्षकों पर दबाव कम हो जायेगा. शिक्षा में भी सुधार आयेगा.
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