कोलकाता. राज्य के नगरपालिका मामलों के मंत्री व कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम के हालिया बयान पर तृणमूल ने ही पल्ला झाड़ लिया था. बयान को लेकर काफी विवाद चल रहा है. इसी बीच उनकी बेटी प्रियदर्शनी हकीम ने पिता का बचाव किया. उन्होंने कहा कि उर्दू में बोलने के कारण कुछ बातें लोगों के सामने स्पष्ट नहीं हो पायी. उन्होंने जो कहा है, उसका बांग्ला में अनुवाद के दौरान यह गलती हुई है. उनके पिता ने यह कहना चाहा है कि यहां पर 33 फीसदी मुसलमान हैं, लेकिन हम खुद को अल्पसंख्यक नहीं समझें. यदि हमें भी शिक्षा का अवसर मिले तो समाज के एक हिस्से में बहुसंख्यक हो जायेंगे. यही उन्होंने समझाने की कोशिश की है. कम आबादी होने के कारण हीनभावना नहीं लाएं, खुद को तैयार कर जीवन में सफलता अर्जित करें. उनके पिता यही समझाना चाह रहे थे.
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