जेडएसआइ के वैज्ञानिकों ने की पहचान, भारत में प्रचुर जैव विविधता के प्रमाण की हुई पुष्टि
प्राकृतिक कीट नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं परजीवी ततैया, बागवानी के लिए भी लाभदायक
एजेंसियां, कोलकाताभारतीय प्राणी सर्वेक्षण (जेडएसआइ) के वैज्ञानिकों ने परजीवी ततैया की पांच अलग-अलग प्रजातियों की खोज की है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि जेडएसआइ के वैज्ञानिकों ने नगालैंड में परजीवी ततैया की एक नयी प्रजाति ‘सेराफ्रॉन इनीशियम’ की पहचान की है. उन्होंने बताया कि जेडएसआइ की एक अन्य टीम ने पश्चिमी घाट में परजीवी ततैया की चार अन्य नयी प्रजातियों की खोज की.
क्या कहा जेडएसआइ की निदेशक ने
जेडएसआइ की निदेशक धृति बनर्जी ने शनिवार को कहा कि परजीवी ततैया की नयी प्रजातियों की खोज करना पारिस्थितिक स्थिरता बनाये रखने में इन छोटे जीवों की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख करता है. कौमुद त्यागी के नेतृत्व में जेडएसआइ की एक टीम ने नगालैंड में विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (एसईआरबी) द्वारा वित्त पोषित क्षेत्र सर्वेक्षण के दौरान परजीवी ततैया की नयी प्रजाति ‘सेराफ्रॉन इनीशियम’ की खोज की. नयी प्रजातियों में विशिष्ट विशेषताएं हैं, जिनमें असाधारण पंख, शरीर संरचना, रंजकता और विशेष रूप से विचित्र नर जननांग शामिल है. ये विशेषताएं इसे सेराफ्रॉनिडे परिवार की अन्य प्रलेखित प्रजातियों से अलग करती हैं. जेडएसआइ ने बयान में कहा कि शोधकर्ता अमित कुमार घोष, विकास कुमार और ए रमेशकुमार ने इस नयी प्रजाति की खोज की पुष्टि की.क्या है परजीवी ततैया
परजीवी ततैया एक ऐसा कीट होता है, जो हानिकारक कीटों पर या उनके अंदर अपने अंडे देता है. परजीवी ततैया प्राकृतिक कीट नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं और यह बागवानी में लाभदायक होते हैं. ये कीटों के लिए भी सहायक होते हैं.पश्चिमी घाट पर चार नयी प्रजातियां मिलीं
जेडएसआइ के शोधकर्ताओं को एक अन्य महत्वपूर्ण खोज में पश्चिमी घाट पर परजीवी ततैया की चार नयी प्रजातियां मिलीं. डॉ राजमोहन के के नेतृत्व में एक टीम ने चार नयी प्रजातियां: ‘कैलोटेलिया एक्यूटा’, ‘सी चित्रक’, ‘सी फोवेटा’ और ‘सी फुल्वा’ की खोज की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है