एयरपोर्ट पर कुहासे का कहर, दो घंटे तक विमानों का परिचालन रहा बंद
देश के कई हिस्सों में कड़ाके की ठंड के साथ घने कोहरे का कहर दिख रहा है. इस बीच कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भी घने कोहरे के कारण कई उड़ानें घंटों विलंब से गयीं, जबकि कई उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा
कुहासे ने घंटों रोकी विमानों की रफ्तार
कई उड़ानें की गयीं डायवर्ट, तो कई विलंब से गयीं
बागडोगरा एयरपोर्ट पर भी कुहासे का कहर दिखा
संवाददाता, कोलकातादेश के कई हिस्सों में कड़ाके की ठंड के साथ घने कोहरे का कहर दिख रहा है. इस बीच कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भी घने कोहरे के कारण कई उड़ानें घंटों विलंब से गयीं, जबकि कई उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा, जिसमें एक अंतरराष्ट्रीय उड़ान और तीन घरेलू उड़ानें थीं. 20 उड़ानें घने कोहरे के कारण विलंब से रवाना हुईं, जिसमें 18 घरेलू और दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानें थीं, जिससे लोगों को काफी परेशानी हुई. एयरपोर्ट सूत्रों के मुताबिक, बुधवार को कोलकाता एयरपोर्ट पर कम दृश्यता के कारण सुबह 04.18 बजे से 06.16 बजे तक विमान सेवा ठप रही. करीब दो घंटे के लिए विमानों का परिचालन नहीं हो सका. तड़के 04.38 बजे से कोलकाता एयरपोर्ट ने एलवीपी घोषित कर दिया था.
मालूम हो कि कम दृश्यता प्रक्रियाएं (एलवीपी) एक हवाई अड्डे पर सुरक्षित संचालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लागू की जाती है, जब दृश्यता निर्धारित मूल्य से कम होती है.घने कोहरे से एयरपोर्ट के परिचालन पर काफी प्रभाव पड़ा. सूत्रों के मुताबिक, करीब तीन घरेलू उड़ानों और एक अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को डायवर्ट किया गया. साथ ही 18 घरेलू उड़ानें और दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानें विलंब से उड़ान भरीं. हालांकि आनेवाली सभी उड़ानें समय पर आयीं. इस बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस का बीएसएफ के हेलीकॉप्टर द्वारा मुर्शिदाबाद जाना भी रद्द हो गया. एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआइ) के एक अधिकारी ने बताया कि जब दृश्यता सात सौ मीटर से कम हो जाती है या बादलों की ऊंचाई दो सौ फीट से नीचे आ जाती है, तो एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) द्वारा एलवीपी घोषित कर दिया जाता है. इस स्थिति में, “फॉलो-मी ” वाहन विमान को उसके निर्धारित स्थान तक सुरक्षित पहुंचाते हैं.
इधर, बुधवार तड़के से ही बागडोगरा एयरपोर्ट पर भी विमानों का संचालन प्रभावित हुआ. कोहरे के कारण कई विमान उड़ान नहीं भर सके, तो कई विमानों की लैंडिंग नहीं हुई. कम दृश्यता रहने के कारण कोलकाता, बेंगलुरु व दिल्ली के विमान बागडोगरा एयरपोर्ट पर लैंड नहीं कर पाये. कम से कम 700 मीटर दृश्यता रहने पर ही विमानों का संचालन होता है, जबकि बागडोगरा एयरपोर्ट पर घने कोहरे के कारण सुबह 300 मीटर दृश्यता होने के कारण समस्या हुई. धीरे-धीरे दृश्यता बढ़ने से विमानों का परिचालन स्वाभाविक हुआ.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है