सीएम के कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व भाजपा सांसद जॉन बारला
उत्तर बंगाल की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गयी है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गुरुवार को अलीपुरदुआर में एक सरकारी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंची थीं.
बारला ने कहा- अगर मुख्यमंत्री मुझे आशीर्वाद देती हैं, तो मैं उनके साथ काम करूंगा
संवाददाता, कोलकाताउत्तर बंगाल की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गयी है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गुरुवार को अलीपुरदुआर में एक सरकारी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंची थीं. इस कार्यक्रम में पूर्व भाजपा सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉन बारला भी शामिल हुए. बारला के साथ मुख्यमंत्री ने कुछ समय तक बातचीत भी की.सुश्री बनर्जी के कार्यक्रम में जॉन बारला की उपस्थिति ने राजनीतिक हलकों में नयी अटकलों को जन्म दिया है. इस मौके पर बारला (49) ने कहा कि उन्हें राज्य सरकार ने कालचीनी में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिए आमंत्रित किया था.
जॉन बारला ने संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री ने मुझे बुलाया था. इसलिए, मैं इस कार्यक्रम में आया हूं. अगर वह मुझे आशीर्वाद देती हैं, तो मैं उनके साथ काम करूंगा. बारला ने कहा: मैं (भाजपा में) काम करने में असमर्थ था. मैं स्वतंत्र रूप से काम करना चाहता था, लेकिन नहीं कर सका. मुख्यमंत्री कोलकाता से आयी हैं और दो या तीन दिन से यहां रह रही हैं. इस क्षेत्र के विकास के लिए उनके पास कुछ योजनाएं होनी चाहिए. उन्होंने बहुत कुछ किया है. बारला ने तृणमूल में शामिल होने के सवाल पर कहा: यह भविष्य बतायेगा. मैं चर्चा करूंगा और इस पर निर्णय लूंगा. प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मामले में टिप्पणी करने के इनकार कर दिया.प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने फिलहाल टिप्पणी से किया इनकार: पूर्व सांसद जॉन बारला को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि जिसे राजनीतिक पार्टी बनानी हो, वह बना सकता है. आप को कोई नहीं रोक सकता. फिलहाल उन्होंने जॉन बारला के संबंध में कुछ भी कहने से मना कर दिया. पत्रकारों के पूछे जाने पर मजूमदार ने कहा: हम इस पर टिप्पणी नहीं कर सकते कि वह (बारला) क्या योजना बना रहे हैं. कोई भी टिप्पणी करने से पहले इंतजार करिये और देखिये क्या होता है.
वहीं, इस घटनाक्रम पर भाजपा के राज्यसभा सदस्य व प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि जॉन बारला अभी भी भाजपा के साथ हैं. लेकिन मुझे लगता है कि वह कोई कारक नहीं हैं. पिछले लोकसभा चुनाव (2024) के दौरान उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया गया था, लेकिन हमने अलीपुरदुआर सीट जीती थी.लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलने पर पार्टी से बनायी थी दूरी
2019 में लोकसभा सीट जीतने वाले बारला उस समय नाराज हो गये थे, जब पार्टी ने 2024 के चुनावों में अलीपुरदुआर से टिकट नहीं दिया. उनकी जगह मनोज तिग्गा को उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतारा था, इस चुनाव में मनोज तिग्गा को जीत मिली. इसके बाद से जॉन बारला ने भाजपा से दूरी बनानी शुरू कर दी. इसके बाद से ही चर्चा है कि वह तृणमूल में शामिल हो सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है