कोलकाता.
भारतीय सिमकार्ड की कंबोडिया में सप्लाई करने वाले गिरोह के दो मास्टरमाइंड समेत चार सदस्यों को लालबाजार के एंटी बैंकफ्रॉड शाखा की टीम ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों के नाम बबाई रॉय (27), मानस दियाशी (36), राजू सरदार (35) और विधानचंद्र नस्कर (21) बताया गया है. इन्हें शहर के विभिन्न इलाकों से दबोचा गया. बबाई और विधान गिरोह के मास्टरमाइंड बताये जा रहे हैं. इन्हीं के निर्देश पर अवैध तरीके से भारतीय प्री- एक्टिवेटेड सिमकार्ड कंबोडिया भेजे जा रो थे. पुलिस का कहना है कि गिरोह के छह सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. इसमें सड़क पर छाता लगा सिमकार्ड बेचने वाली कई टेलीकॉम कंपनियों के एजेंट भी शामिल हैं. गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है.तीन शिफ्ट में भेज चुके थे 1000 सिमकार्ड
पुलिस सूत्रों का कहना है कि उन्हें अगस्त में केंद्रीय खुफिया एजेंसी से इसकी जानकारी दी गयी थी. इसमें कहा गया था कि कुरियर के जरिये एक गिरोह समुद्री मार्ग से बड़े पैमाने पर कॉफी मशीन कंबोडिया भेज रहे हैं. एक कॉफी मशीन की जांच की गयी, तो उसके अंदर 361 भारतीय सिमकार्ड पाये गये. सभी सिमकार्ड में इंटरनेशनल पैक एक्टिव किया हुआ था. इसके बाद पुलिस ने गिरोह के छह सदस्यों को को गिरफ्तार कर लिया. अब मास्टर माइंड समेत चार सदस्यों को दबोचा है. आरोपियों ने बताया कि वह अब तक 1000 सिमकार्ड कंबोडिया भेज चुके हैं.
प्रत्येक सिम के लिए मिलते थे 5000 रुपये
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि सड़कों पर छतरी लगा सिमकार्ड बेचने वाले एजेंट एक व्यक्ति के कागजात पर एकाधिक सिमकार्ड जारी करवा लेते थे. उसने गिरोह के सदस्य प्री-एक्टिवेटेड सिमकार्ड 350 रुपये में खरीदते थे और इसे कंबोडिया के साइबर ठगों पांच हजार में भेजते थे. कंबोडिया तक सिमकार्ड अवैध तरीके से कुरियर के जरिये पहुंचाया जाता था. साइबर अपराधी इसी सिमकार्ड के जरिये ठगी करते थे.
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