कोलकाता. मनरेगा में श्रमिकों की हाजिरी में ही खेल होता है, लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकेगा. मनरेगा में काम करने वाले सभी श्रमिकों की उनके कार्य स्थल पर ही बायोमीट्रिक उपस्थिति दर्ज करायी जायेगी. कोलकाता नगर निगम की ओर से यह व्यवस्था की जायेगी. यह जानकारी कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने दी. उन्होंने शुक्रवार को निगम के मासिक अधिवेशन में तृणमूल पार्षद विश्वरूप दे द्वारा सदन में रखे गये एक प्रस्ताव के जवाब में यह जानकारी दी. मेयर ने बताया कि 100 दिन रोजगार योजना यानी मनरेगा श्रमिकों की हाजिरी को लेकर आये दिन ही शिकायतें मिलती रहती हैं. कुछ लोग बिना कार्य किये मेहनताना लेते रहते हैं. वहीं जो असल में मजदूरी करते हैं उन्हें समय पर मानदेय नहीं मिल पाता है. क्योंकि निगम को इन श्रमिकों की हाजिरी से संबंधित जानकारी निगम मुख्यालय को समय पर नहीं मिल पाती है. लेकिन भविष्य में हाजिरी को लेकर किसी प्रकार की समस्या ना हो और हर महीने की पांच तारीख को श्रमिकों के मेहनताना का भुगतान किये जाने के लिए यह व्यवस्था की जा रही है. मेयर ने बताया कि जल्द ही इस नयी व्यवस्था को बहाल कर दिया जायेगा. ताकि, 100 दिन रोजगार योजना वाले श्रमिकों को समय पर मजदूरी मिल जाये.
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