थियेटर समूह ने राज्य सरकार के 50 हजार रुपये का अनुदान लौटाने की घोषणा की
मामले से निबटने के सरकार के तरीके के विरोध में उठाया कदम
आरजी कर कांड : थियेटर समूह ने राज्य सरकार के 50 हजार रुपये का अनुदान लौटाने की घोषणा की मामले से निबटने के सरकार के तरीके के विरोध में उठाया कदम कोलकाता. महानगर के आरजी कर अस्पताल की जूनियर महिला डॉक्टर की बलात्कार के बाद हत्या के मामले को लेकर नागरिक समाज के सदस्यों द्वारा किये जा रहे विरोध के बीच, मालदा जिले के एक प्रसिद्ध थियेटर समूह ने गुरुवार को कहा कि वह मामले से निबटने के सरकार के तरीके के विरोध में 50,000 रुपये का सरकार का अनुदान लौटायेगा. थियेटर समूह ‘समबेत प्रयास’ के प्रमुख सरदिंदू चक्रवर्ती ने कहा कि यह अनुदान मूल रूप से जिले में दो दिवसीय नाट्य महोत्सव के लिए दिया गया था. हालांकि, उन्होंने कहा कि इस क्रूर घटना और अपराध से प्रभावी ढंग से निबटने में राज्य मशीनरी की कथित विफलता के मद्देनजर, समूह ने वित्तीय सहायता को अस्वीकार करने का निर्णय लिया है. श्री चक्रवर्ती ने कहा : अपराधियों को बचाने और जिम्मेदारी से बचने में राज्य की भूमिका अक्षम्य है. हम इस सरकार से कोई भी वित्तीय अनुदान लेने से इनकार करते हैं और तुरंत पैसा वापस कर रहे हैं. समूह ने अपने स्वयं के संसाधनों का उपयोग करते हुए, 31 अगस्त और एक सितंबर को मालदा के इंग्लिशबाजार में होनेवाले नाट्य मेले को आयोजित करने की योजना बनायी है. राज्य द्वारा संचालित पश्चिम बंग नाट्य अकादमी राज्य भर के थिएटर समूहों को नाट्य गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए 50,000 रुपये का अनुदान देती है. प्रख्यात रंगकर्मी कौशिक सेन ने समूह के निर्णय के प्रति समर्थन व्यक्त करते हुए कहा : मैं उनके निर्णय के साथ खड़ा हूं. इससे पहले, राज्य में छह दुर्गा पूजा समितियों ने भी आरजी कर घटना के विरोध में राज्य की 85,000 रुपये की राशि लेने से इनकार कर दिया था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है