राज्यपाल बोले, राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं
उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षण लेना होगा.
बारासात. राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. यह कहना है राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस का. शनिवार को बारासात के रथतला में आयोजित सामूहिक भाई फोटा कार्यक्रम में राज्यपाल शामिल हुए थे. उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षण लेना होगा. साथ ही उन्होंने भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का भी जिक्र किया. इस संदर्भ में उन्होंने उदाहरण स्वरूप अर्जुन से सुभद्रा के विवाह को लेकर श्रीकृष्ण किस तरह पक्ष में खड़े थे, इसका भी जिक्र किया. समारोह के अंत में राज्यपाल ने उपस्थित बहनों से भाईफोटा लिया और उन्हें उपहार दिया. ‘अपना भारत-जागता बंगाल’ पहल के तहत राजभवन में ‘अभया प्लस-वीमेंस सेल्फ डिफेंस प्रोग्राम’ के तहत कराटे प्रशिक्षण सत्र आयोजित करके राज्यपाल ने इसे गांवों तक विस्तारित करने का निर्णय लिया है. इसकी घोषणा शनिवार को राज्यपाल ने बारासात में की, जहां वह सामूहिक भाईफोटा कार्यक्रम में भाग लेने गये थे. कार्यक्रम के तुरंत बाद महिलाओं के एक समूह ने राज्यपाल से बंगाल में महिलाओं की दुर्दशा पर चर्चा की. राजभवन द्वारा राज्यपाल के एक्स हैंडल पर जारी सूचना के अनुसार, राज्यपाल ने महिलाओं की आत्मरक्षा के लिए केरल की पारंपरिक मार्शल आर्ट कलारीपयट्टू को भी बंगाल में लाने का निर्णय लिया है. नयी आत्मरक्षा प्रणाली कलारीपयट्टू और कराटे का मिश्रण होगी और इसे ”कला-टे” नाम दिया गया है. राज्यपाल ने लड़कियों को आत्मरक्षा तकनीक सीखने के लिए प्रोत्साहित किया, जो न केवल उनकी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकती है, बल्कि उनके शरीर और दिमाग को तंदरुस्त बनाये रखने में भी मदद भी कर सकती है.
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