Covid-19 को लेकर राज्यपाल का ममता को नसीहत, कहा- थोड़ी सी चूक से हो सकता है सत्यानाश, विजयवर्गीय ने भी ममता को घेरा

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankar) ने मंगलवार को कहा है कि राज्य सरकार (Bengal Government) लोगों की चिंताओं को समाधान करने पर ध्यान केंद्रित करे. अगर ऐसा नहीं हुआ, तो थोड़ी सी चूक सत्यानाश का कारण बनेगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 12, 2020 4:20 PM

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankar) ने मंगलवार को कहा है कि राज्य सरकार (Bengal Government) लोगों की चिंताओं को समाधान करने पर ध्यान केंद्रित करे. अगर ऐसा नहीं हुआ, तो थोड़ी सी चूक सत्यानाश का कारण बनेगी.

श्री धनखड़ ने एक ट्वीट किया है इसमें उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) को टैग करते हुए लिखा है कि यह ऐसा समय है जब राज्य सरकार को प्रवासियों, स्वास्थ्य और लोगों की भोजन की समस्याओं को दूर किया जाना चाहिए. यह ऐसा समय है कि लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए सरकार को एक्शन मोड में रहने की जरूरत है.

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आइये नयी शुरुआत करें, जो केवल Covid-19 का मुकाबला करने पर केंद्रित हो. एक छोटी सी चूक सत्यानाश का कारण बन सकती है. उल्लेखनीय है कि पिछले कई दिनों से राज्यपाल जगदीप धनखड़ व राज्य सरकार के बीच टकराव चल रहा है. वह राज्य सरकार पर सवाल खड़ा करते रहते हैं.

स्वास्थ्य सचिव को हटाने की जगह खुद इस्तीफा दें ममता

भाजपा के महासचिव और प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि स्वास्थ्य सचिव को हटाने की जगह ममता जी खुद मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के पद से इस्तीफा दें.

उल्लेखनीय है कि कोरोना मामले में स्वास्थ्य व्यवस्था के असफलता के आरोप के बाद मुख्यमंत्री ने राज्य के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग के प्रधान सचिव विवेक कुमार को हटा दिया है. उन्हें पर्यावरण विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया है. स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग का सचिव परिवहन विभाग के सचिव नारायण स्वरूप निगम को बनाया गया है.

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श्री विजयवर्गीय ने कहा कि अपनी असफलता के लिए दूसरों के माथे दोष मढ़ना एक कमजोर व्यक्ति ही करता है. वास्तव में इस पूरे स्वास्थ्य व्यवस्था को ध्वस्त होने की जिम्मेदारी किसी की है, तो वह ममता जी की है. अपने स्वास्थ्य सचिव को हटाने के पहले ममता जी को अपना चेहरा आइने में देखना चाहिए था और स्वयं स्वास्थ्य व्यवस्था के ध्वस्त होने की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए था.

उन्होंने कहा कि इसे कहते हैं अपनी गलतियों का ठीकरा दूसरे के ऊपर फोड़ना. जब ममता जी खुद मुख्यमंत्री होने के साथ स्वास्थ्य मंत्री हैं, तो स्वास्थ्य सचिव विवेक कुमार को हटाने का क्या कारण है?ममता जी अपनी गलतियां स्वीकारना सीखो, इससे व्यक्ति छोटा नहीं हो जाता. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी जिम्मेदारी लेने की जगह पूरी तरह से गायब हो गयी हैं. कोरोना के आरंभ में सड़क पर उतर कर सोशल डिस्टेंसिंग के लिए खुद गोले बना रही थी, लेकिन अब मुख्यमंत्री और उनका भतीजा स्क्रीन से ही गायब हो गया है.

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उन्होंने कहा कि बंगाल की जनता ने ममता जी को सरकार बनाने का अवसर दिया था. किसी पीआर कंपनी को बंगाल की सरकार चलाने का दायित्व जनता ने नहीं दिया था, लेकिन यह दुर्भाग्यवश बंगाल की सरकार ममता जी नहीं, बल्कि प्रशांत किशोर की पीआर कंपनी चला रही है. बंगाल के आला अधिकारी और तृणमूल कांग्रेस के नेता ममता जी की जगह पीआर कंपनी की बात को मान रहे हैं और उनके निर्देशों का पालन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बंगाल की स्थिति बहुत ही भयावह है और इस स्थिति के लिए पूरी तरह से ममता जी और उनकी पीआर कंपनी जिम्मेदार है.

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