कोलकाता.
कसबा इलाके में पार्षद सुशांत घोष की हत्या के तुरंत बाद गुलजार ने राज्य छोड़ने की योजना बनायी थी, इसलिए उसने अपने घर से फर्नीचर तक हटा दिया था. हमले के दिन, पत्नी व बच्चे एक टैक्सी में सवार होकर घर से निकलते देखे गये थे. बुधवार को कोलकाता पुलिस की टीम अफराज उर्फ गुलजार को साथ लेकर गुलशन कॉलोनी के मार्टिन पाड़ा स्थित उसके फ्लैट पर पहुंची. फ्लैट में घुसते ही पुलिस हैरान रह गयी. कमरे में फर्नीचर तो नहीं था. यहां तक कि उस कमरे में किसी के रहने का कोई निशान मौजूद नहीं था. जांचकर्ताओं ने बताया कि फ्लैट पूरी तरह से खाली था.बेडरूम, रसोईघर, स्नानघर भी खाली मिले. इससे साफ है कि हत्या के तुरंत बाद उसकी इलाके से भागने की योजना थी, इसलिए उसने फ्लैट से पहले ही सबकुछ हटा दिया था. यहां तक कि पत्नी और बच्चों को भी कहीं और भेज दिया था. जिस बिल्डिंग में गुलजार अपने परिवार के साथ रहता था, उसके सामने सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद पुलिस को पता चला कि शुक्रवार दोपहर बिल्डिंग के सामने एक टैक्सी खड़ी थी, जिसमें उसकी पत्नी अपने बच्चे को लेकर रवाना होते दिखीं. फिर उन्हें वापस लौटते नहीं देखा गया. उनकी पत्नी का मोबाइल फोन भी बंद है.
दूसरी ओर, पार्षद के आवास की सीसीटीवी फुटेज की जांच करने के बाद, जांचकर्ताओं को पता चला कि युवराज सिंह जहां शुक्रवार शाम को सुशांत पर हमला करने स्कूटी पर आया था. वहीं, दोपहर को गुलजार भी वहां पहुंचा था. वह कसबा में पार्षद की गतिविधियों पर नजर रख रहा था. पार्षद किस समय शाम को वहां रहेंगे, इस बारे में भी गुलजार ने पता लगाया था. पुलिस गुलजार से पूछताछ कर अन्य जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है