माता-पिता के अत्याचार से परेशान होकर बांग्लादेश से सीमा पार कर पहुंची थी मुंबई
पुलिस को आरोपी से प्राथमिक पूछताछ में कई तरह की जानकारी हाथ लगी है. पुलिस को पता चला कि बेबी के माता-पिता उसके साथ आये दिन मारपीट करते थे.
अदालत ने 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा कोलकाता. गत शनिवार को सियालदह में एनआरएस मेडिकल कॉलेज अस्पताल के निकट से इंटाली थाने की पुलिस के हाथों गिरफ्तार बांग्लादेशी युवती बेबी विश्वास को रविवार को अदालत में पेश करने पर उसे 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने का निर्देश दिया गया है. पुलिस को आरोपी से प्राथमिक पूछताछ में कई तरह की जानकारी हाथ लगी है. पुलिस को पता चला कि बेबी के माता-पिता उसके साथ आये दिन मारपीट करते थे. इसी अत्याचार से परेशान होकर उसने बांग्लादेश से भाग कर सीमा पार किया था. उसने कहा कि मैं बशीरहाट में सबसे पहले अपने एक रिश्तेदार के घर पहुंची. उस रिश्तेदार के साथ वह सीधे कोलकाता पहुंची. इसके बाद वहां से मुंबई की ट्रेन लेकर मुंबई चली गयी. उसकी दो सहेलियां पहले से मुंबई में रहती है. वह मुंबई में विभिन्न घरों में आया का काम करती है. मैंने भी मुंबई में तीन महीने तक घरेलू नौकरानी के रूप में काम किया. हाल के दिनों में बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर मुंबई में कड़ी निगरानी के चलते वह काफी डर गई थी. उसने वापस बांग्लादेश लौटने का फैसला किया. इसलिए वह मुंबई से भाग कर सीधे ट्रेन से हावड़ा आ गयी. शनिवार को हावड़ा से सियालदह पहुंची थी. युवती ने जांचकर्ताओं को बताया कि उसने सियालदह से बशीरहाट होते हुए बांग्लादेश लौटने की योजना बनायी थी. इधर, सियालदह स्टेशन के निकट एनआरएस अस्पताल के सामने युवती को घूमते देख पुलिस को शक हुआ, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस का कहना है कि युवती के बयान में कई विसंगतियां हैं. पुलिस सूत्रों के मुताबिक बांग्लादेशी युवती के बयान की जांच की जा रही है. पुलिस का कहना है कि वह सीमा पार कैसे पहुंची? उसकी मदद किसने की, इसकी सभी जांच की जा रही है.
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