उम्मीदवार बनने से कर दिया था मना : दिलीप
बता दें कि जिला भाजपा की ओर से प्रदेश नेतृत्व के पास उम्मीदवार के लिए जो पांच नाम भेजे गये थे, उनमें दिलीप घोष का नाम सबसे ऊपर था.
कोलकाता. मेदिनीपुर विधानसभा सीट से दिलीप घोष को उम्मीदवार नहीं बनाये जाने को लेकर उनके समर्थकों ने सवाल उठाया था. इस सीट से भाजपा ने शुभजीत राय को उम्मीदवार बनाया है. इसे लेकर दिलीप घोष ने कहा कि वह उपचुनाव नहीं लड़ना चाहते थे, इस बारे में पार्टी को उन्होंने जानकारी दी थी. बता दें कि जिला भाजपा की ओर से प्रदेश नेतृत्व के पास उम्मीदवार के लिए जो पांच नाम भेजे गये थे, उनमें दिलीप घोष का नाम सबसे ऊपर था. जिला भाजपा अध्यक्ष सुदाम पंडित ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता चाहते थे कि दिलीप घोष यहां से उम्मीदवार हों. सभी की सहमति से पांच नाम भेजे भी गये थे. लेकिन बाद में घोष ने फोन कर बताया था कि वह उपचुनाव लड़ना नहीं चाहते हैं. घोष ने भी संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि वह उपचुनाव नहीं लड़ना चाह रहे थे, इसलिए पार्टी ने शुभजीत राय को यहां से उम्मीदवार बनाया है. उन्होंने कहा कि जब वह मेदिनीपुर आये, तभी से वहां जीत का सिलसिला शुरू हुआ. खड़गपुर सदर से उन्होंने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की. बाद में मेदिनीपुर लोकसभा से सांसद भी बने. उन्होंने कहा : फिलहाल मैं किसी पद पर नहीं हूं, इसलिए कार्यकर्ता चाहते थे कि मैं उम्मीदवार बनूं. रविवार को मेदिनीपुर से भाजपा उम्मीदवार शुभजीत राय खड़गपुर स्थित दिलीप घोष के घर पहुंचे. यहां उनका मुंह मीठा करने के बाद दिलीप घोष ने कहा : मैं किसी पद पर नहीं हूं. मुझे पार्टी ने त्रिपुरा का दायित्व दिया है. मेरा आशीर्वाद आपके साथ है.
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