संवाददाता, कोलकाता
पिछले 72 घंटे से जूनियर डॉक्टर भूख हड़ताल पर हैं. पर आमरण अनशन कर रहे डॉक्टरों की तबीयत अब बिगड़ने लगी है. हालांकि उनका मनोबल नहीं टूटा है. ये बातें आंदोलन कर रहे जूनियर डॉक्टर देवाशीष हाल्दार ने कहीं. धर्मतला स्थित धरना मंच पर जूनियर डॉक्टरों की ओर से मंगलवार रात प्रेस कांफ्रेंस की गयी, जहां डॉ हाल्दार ने बताया की भूख हड़ताल पर बैठे सभी जूनियर डॉक्टरों की हर घंटे स्वास्थ्य जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि गत शनिवार रात 8.30 बजे से वेस्ट बंगाल जूनियर डॉक्टर फ्रंट के बैनर तले सात चिकित्सक आमरण अनशन पर हैं. उनकी भूख हड़ताल के समर्थन में अब सीनियर डॉक्टर भी सांकेतिक अनशन कर रहे हैं. इस बीच, आरजी कर मेडिकल कॉलेज के 50 सीनियर चिकित्सकों के भी अपने पद से इस्तीफा देने की खबर है. पर सरकार नहीं पिघल रही है. हमें आम लोगों का भी समर्थन मिल रहा है. लेकिन सरकार की ओर से अब तक किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं मिली है. उन्होंने बताया कि आये दिन स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं. पर राज्य सरकार की ओर से केवल आश्वासन ही दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि हमारे 10 सूत्री मांगों में स्वास्थ्य सचिव का इस्तीफा भी शामिल है. लेकिन सोमवार को स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम को पास बैठा कर मुख्य सचिव मनोज पंत ने संवाददाता सम्मेलन किया था और हमें काम पर लौटने को कहा था. यह हमें अपमानजनक लगा. उन्होंने कहा जब तक सरकार सभी मांगों को नहीं मान लेती, भूख हड़ताल जारी रहेगी.
षष्ठी के दिन जूनियर डॉक्टर करेंगे पूजा परिक्रमा : संवाददाता सम्मेलन में जूनियर डॉक्टरों की ओर से बताया गया नारी सुरक्षा को लेकर हम षष्ठी यानी बुधवार को दक्षिण व उत्तर कोलकाता के विभिन्न पूजा पंडालों की परिक्रमा करेंगे, ताकि, राज्य दूसरी कोई अभया के साथ दुष्कर्म जैसी घटना न घटे.
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