नाइट शिफ्ट में कार्यरत आइटी सेक्टर की महिलाओं को दें सुरक्षा
न्यूटाउन में हाल ही एक नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गयी थी. इस घटना से एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे. इसे लेकर कलकत्ता हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणनम की खंडपीठ में एक जनहित याचिका दायर की गयी थी. गुरुवार को इस पर सुनवाई करते हुए हाइकोर्ट ने न्यूटाउन सहित सॉल्टलेक सेक्टर फाइव में नाइट शिफ्ट में काम करने वाली महिला आइटी कर्मियों की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार को सख्त निर्देश दिया.
कोलकाता.
न्यूटाउन में हाल ही एक नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गयी थी. इस घटना से एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे. इसे लेकर कलकत्ता हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणनम की खंडपीठ में एक जनहित याचिका दायर की गयी थी. गुरुवार को इस पर सुनवाई करते हुए हाइकोर्ट ने न्यूटाउन सहित सॉल्टलेक सेक्टर फाइव में नाइट शिफ्ट में काम करने वाली महिला आइटी कर्मियों की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार को सख्त निर्देश दिया. मुख्य न्यायाधीश ने राज्य स्वास्थ्य एवं गृह विभाग के प्रधान सचिव को मामले की समीक्षा करने तथा सुरक्षा में सुधार करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम गठित करने का निर्देश दिया. साथ ही एक मसौदा तैयार कर राज्यभर में उसे लागू करने को कहा. इधर, याचिकाकर्ता का कहना है कि हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक की सरकारों ने इस संबंध में विशेष दिशा-निर्देश जारी किया है. राज्य सरकार को भी वैसा दिशा-निर्देश बना चाहिए.राज्य सरकार का दावा, सुरक्षा के लिए उठाये गये हैं कई कदम
वहीं, राज्य सरकार की ओर से कोर्ट में कहा गया है कि राज्य में मेडिकल कॉलेजों, छात्रावासों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए नाइट में रात्रि साथी योजना चल रही है. इलेक्ट्रॉनिक कॉम्प्लेक्स पुलिस थाने में गत 16 जनवरी को ही एक सुरक्षा अधिसूचना जारी की गयी थी. राज्य के सीनियर स्टेंडिंग काउंसिल की ओर से गुरुवार को हाइकोर्ट को इलेक्ट्रॉनिक कॉम्प्लेक्स थाना इलाके में आइटी क्षेत्र में रात के समय महिलाओं की सुरक्षा के संबंध में अधिसूचना की एक प्रति सौंपी, जिसमें उल्लेख किया गया है कि पुलिस प्रशासन इस थाना क्षेत्र स्थित वेबेल क्रॉसिंग, कॉलेज क्रॉसिंग, एसडीएफ, आरडीबी समेत अन्य स्थानों पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की है. महिला वीनर्स टीम साइकिल से भी क्षेत्र में गश्ती लगाती है. आरटी वैन के माध्यम से पुलिस इलाकों में पेट्रोलिंग करती है. साथ ही बाघिनी परियोजना के तहत आइटी क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है