कोलकाता. पड़ोसी राष्ट्र बांग्लादेश में इस्कॉन के स्वामी चिन्मय प्रभु की गिरफ़्तारी वहां के अल्पसंख्यक समुदाय की आवाज को दबाने का एक प्रयास है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. हिंदू जागरण मंच (दक्षिण बंग) ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है. मंच की ओर से सरकार से निवेदन किया गया है कि वह पड़ोसी राष्ट्र के इस गंभीर मसले में हस्तक्षेप करे और वहां रहने वाले अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की जान, माल और सम्मान की सुरक्षा सुनिश्चित करे. हिंदू जागरण मंच दक्षिण बंग प्रांत के संयोजक जयदीप्त मंडल ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बातें कहीं. मंच के सह संयोजक विकर्ण नस्कर ने कहा कि शांतिप्रिय हिंदू समाज को इस तरह से दबाये जाने और कुचले जाने का पुरजोर विरोध होना चाहिए. स्वामी संजय शास्त्री ने कहा कि अपने धर्म की रक्षा के लिए बोलने वाले एक संन्यासी पर इस तरह का अत्याचार सभ्य समाज के लिए भविष्य को लेकर एक विचारणीय प्रश्न है. सभ्य समाज के सभी लोगों को एकजुट होकर इसका विरोध करना चाहिए. प्रेस काॅन्फ्रेंस में हिंदू जागरण मंच की सदस्य सुष्मिता मजूमदार व आरएसएस प्रचार प्रमुख विप्लव राय भी मौजूद थे.
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