हुगली ग्रामीण पुलिस ने भी शुरू किया डिजिटल मालखाना
पुलिस द्वारा जब्त किये गये सामान मालखाने में सुरक्षित रखे जाते हैं. यदि ये सामान नष्ट हो जाएं या गुम हो जाएं, तो पुलिस की जवाबदेही होती है.
प्रतिनिधि, हुगली.
पुलिस द्वारा जब्त किये गये सामान मालखाने में सुरक्षित रखे जाते हैं. यदि ये सामान नष्ट हो जाएं या गुम हो जाएं, तो पुलिस की जवाबदेही होती है. अब बारकोड तकनीक के माध्यम से यह समस्या हल हो गयी है. जब्त सामान को ठीक से पैक करके बारकोड लगाया जाता है. केस नंबर के माध्यम से बारकोड स्कैन करने पर यह तुरंत पता चल जाता है कि किस मामले में कौन सामान जब्त किया गया है और कहां रखा गया है.
इस तकनीक का सबसे अच्छा उपयोग चंदननगर पुलिस ने किया है, जिसके लिए उसे पहला पुरस्कार भी मिला. यह पुरस्कार तीन और चार सितंबर को मुंबई में हुए 27वें ई-गवर्नेंस राष्ट्रीय सम्मेलन में दिया गया. चंदननगर पुलिस के काम से प्रेरणा लेते हुए अब हुगली ग्रामीण पुलिस ने भी डिजिटल मालखाना शुरू किया है. मंगलवार को पोलबा थाने में इस नयी व्यवस्था का उद्घाटन हुगली ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कामनाशीष सेन ने किया. इस मौके पर डीएसपी (डी एंड टी) प्रियब्रत बक्शी भी मौजूद थे. एसपी ने बताया कि पोलबा थाने के प्रभारी अधिकारी नज़ीरुद्दीन अली ने दो महीने पहले पद संभाला है. उन्होंने कई छोटे-छोटे लेकिन महत्वपूर्ण सुधार किये हैं, जिनमें से एक है डिजिटल मालखाना. हुगली ग्रामीण पुलिस के कई थानों में यह व्यवस्था लागू की जायेगी. भविष्य में सभी थानों में डिजिटल मालखाने की शुरुआत होगी. साथ ही एक केंद्रीय प्रणाली भी विकसित की जायेगी, जिससे हर थाने के मालखाने पर नजर रखी जा सके.
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