मृतका के माता-पिता को क्षतिपूर्ति चाहिए, तो खुल कर बताएं : मदन मित्रा
आरजी कर कांड की पीड़िता के माता-पिता पर तृणमूल नेताओं का हमला लगातार जारी है.
कोलकाता. आरजी कर कांड की पीड़िता के माता-पिता पर तृणमूल नेताओं का हमला लगातार जारी है. फिरहाद हकीम, कुणाल घोष, कल्याण बनर्जी के बाद अब कमरहट्टी के विधायक मदन मित्रा का नाम भी इसमें शामिल हो गया. मंगलवार को मित्रा ने कहा कि अभया के माता-पिता को क्या क्षतिपूर्ति का रुपया चाहिए. यदि जरूरत है तो सरकार व जनता देगी. मदन के इस बयान की विरोधियों ने कड़ी निंदा की. मदन मित्रा ने कहा कि अभया के लिए हमलोगों ने भी आंसू बहाये. ममता बनर्जी के साथ वह खुद भी मोमबत्ती रैली में शामिल हुए थे. लेकिन अभया के माता-पिता लगातार बयान बदल रहे हैं. कभी फांसी तो कभी फांसी नहीं. कभी सीबीआइ तो फिर सीबीआइ नहीं. इसमें कहीं से ममता बनर्जी जुड़ी हुई नहीं हैं. अब वे लोग फांसी नहीं चाह रहे हैं. फांसी होने के बाद सारे सबूत खत्म हो जायेंगे. मित्रा ने कहा कि जब वे लोग कुछ चाहते ही नहीं हैं तो ममता बनर्जी क्या कर सकती हैं. हर दिन अभया के परिजन बयान बदल रहे हैं. यदि वे लोग क्षतिपूर्ति चाहते हैं तो खुल कर कहें. आपलोग चाहें तो कई करोड़ रुपये मिल जायेंगे.
मित्रा को मृतका के पिता का जवाब- ””मैं दूंगा रुपये मेरी बेटी को लौटा दें””
बैरकपुर. तृणमूल विधायक मदन मित्रा के बयान पर नाराजगी जताते हुए मृत महिला जूनियर डॉक्टर पिता ने कहा : मैं दूंगा रुपये, विधायक मेरी बेटी लौटा दें. मृतका के माता-पिता ने यह भी कहा कि वह आरजी कर कांड के दोषी संजय राय को फांसी की सजा नहीं चाहते हैं. क्योंकि सारे सबूत तो नष्ट कर दिये गये हैं. एकमात्र वही (संजय) गवाह बचा है, उसे भी हम खोना नहीं चाहते. मालूम रहे कि सियालदह कोर्ट ने संजय राय को उम्रकैद की सजा सुनायी है. सीबीआइ और राज्य सरकार ने हाइकोर्ट में फैसले को चुनौती देते हुए फांसी की मांग की है. वहीं, मृतका के पिता ने तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी की टिप्पणी पर कहा : वह मेरे भाई जैसे हैं. वह हमारे खिलाफ बोलने के बजाय हमें दिशा-निर्देश देते, तो बेहतर होता. वह हमें न्याय पाने का मार्ग दिखाएं. उन्हें धमकाने का काम नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे कोई फायदा नहीं होगा.
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