ठंड में हार्ट अटैक का खतरा, गंगासागर जा रहे हैं, तो रहें सावधान

गंगासागर जाते वक्त सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि ठंड में हर्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 12, 2025 1:52 AM

शिव कुमार राउत, कोलकाता

ऐसा कहा जाता है कि सब तीर्थ बार-बार और गंगासागर एक बार. हालांकि अब यात्रा सुगम होने के कारण लोग सालोंभर गंगासागर जा रहे हैं. पर आज भी अधिकतर लोग अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में ही गंगासागर जाते हैं. ऐसे लोगों को गंगासागर जाते वक्त सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि ठंड में हर्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. हर साल यह देखा जाता है कि गंगासागर मेले में जितने लोग बीमार पड़ते हैं उनमें अधिकतर को दिल का दौड़ा पड़ा.

चिकित्सकों के अनुसार. अधिकतर मामलों में अत्यधिक ठंड के कारण लोगों को दिल का दौड़ा पड़ता है. इसलिए गंगासागर जानेवालों को अधिक सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि इस साल भी कोलकाता, दक्षिण 24 परगना सहित राज्यभर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. इस संबंध में एसएसकेएम (पीजी) अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रो. डॉ असित दास ने बताया कि पब्लिक लाइब्रेरी ऑफ साइंस जर्नल में पब्लिश एक रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, जिन्हें पहले से हृदय जनित समस्याएं है उनमें सर्दी में हार्ट अटैक का खतरा 31 फीसदी तक बढ़ जाता है. चिकित्सकों के अनुसार, सोते समय शरीर की एक्टिविटीज स्लो हो जाती है. बीपी और शुगर का लेवल भी कम होता है. लेकिन उठने से पहले ही शरीर का ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम उसे सामान्य स्तर पर लाने का काम करता है. यह सिस्टम हर मौसम में काम करता है. लेकिन ठंड के दिनों में इसके लिए दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. इससे जिन्हें हर्ट की बीमारी है, उनमें हर्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. ठंड के मौसम में नसें ज्यादा सिकुड़ती हैं और सख्त बन जाती हैं. इससे नसों को गर्म और एक्टिव करने के लिए ब्लड का फ्लो बढ़ जाता है, जिससे ब्लड प्रेशर भी बढ़ जाता है. ब्लड प्रेशर बढ़ने से हार्ट अटैक होने का खतरा भी बढ़ जाता है. ऐसे में जिन्हें पहले से ही दिल की बीमारी है या जिन्हें पहले भी हर्ट अटैक हो चुका है, उनके लिए ज्यादा ठंड जानलेवा हो जाती है. इस वजह से हार्ट की समस्या से जूझ रहे जो लोग इस साल गंगासागर जा रहे हैं, उन्हें ज्यादा सतर्क रहना चाहिए.

अगर आपको दिल की बीमारी है और गंगासागर जा रहे हैं तो तीन बातों का रखें ध्यान

ज्यादा पानी न पीएं :

दिल का एक काम शरीर में मौजूद रक्त के साथ लिक्विड को पम्प करने का भी होता है. जिन्हें दिल की बीमारी होती है, उनके दिल को वैसे भी पम्प करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. ऐसे में अगर आप बहुत ज्यादा पानी पी लेंगे तो हार्ट को पम्पिंग में और भी मेहनत करनी पड़ेगी और हर्ट अटैक का खतरा बढ़ जायेगा. इसलिए गंगासागर यात्रा के दौरान दो लीटर से अधिक पानी ना पिएं. पानी कितना पिएं, इसके लिए अपने डॉक्टर से सलाह भी ले सकते हैं.

यात्रा के दौरान ठंड से बचें:

जिन लोगों को पहले भी हार्ट अटैक आ चुका है या जिनके दिल पर ज्यादा खतरा है, वे गर्म कपड़े के साथ यात्रा करें. ठंड से खुद को बचा कर रखें. ठंड की वजह से नसें पहले से ही सिकुड़ी हुई होती हैं और जब ठंडे वातावरण के संपर्क में आयेंगे तो अधिक सर्दी की वजह से शरीर को अपने आप को गर्म बनाये रखने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी. इससे दिल को ज्यादा काम करना पड़ेगा. यात्रा के दौरान या मेला परिसर में खुले आसमान के नीचे रात ना गुजारें. खुद को ठंड से बचा कर रखें.

नमक कम से कम खायें:

दिल के मरीजों को अपने खाने में नमक की मात्रा कम से कम लेनी चाहिए, केवल इस वजह से ही नहीं कि यह ब्लड प्रेशर की समस्या को बढ़ा देगा, बल्कि इसे ध्यान में रखें कि नमक शरीर में पानी को रोकता है. पानी को रोकने का मतलब यही होगा कि शरीर में दिल को ज्यादा मात्रा में लिक्विड को पम्प करना होगा. यानी ज्यादा मेहनत करनी होगी. नतीजा हार्ट अटैक के रूप में आ सकता है. इसलिए यात्रा के दौरान अधिक नकम का सेवन न करें.

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