बाघ भेजना है, तो हमेशा के लिए भेज दें : सीएम

नवीन पटनायक के सीएम रहने के दौरान ओडिशा और बंगाल के बीच काफी मधुर संबंध थे. लेकिन वहां भाजपा की सरकार बनने बाद से बंगाल से पड़ोसी राज्य की दूरियां बढ़ती जा रही हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | January 7, 2025 12:53 AM

ओडिशा से फिर एक बाघ के बंगाल में आने की घटना से सीएम नाराज

बाघ पकड़ने के लिए ओडिशा सरकार अपनी टीम बंगाल भेजे

संवाददाता, सागरद्वीप नवीन पटनायक के सीएम रहने के दौरान ओडिशा और बंगाल के बीच काफी मधुर संबंध थे. लेकिन वहां भाजपा की सरकार बनने बाद से बंगाल से पड़ोसी राज्य की दूरियां बढ़ती जा रही हैं. पहले ओडिशा में बंगाल के श्रमिकों पर हमले और फिर आलू की आपूर्ति को लेकर दोनों राज्यों के बीच विवाद हुआ था. अब बाघ को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बाघों के रखरखाव को लेकर ओडिशा सरकार के रवैये पर नाराजगी जतायी है. सोमवार को सागरद्वीप में आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान ममता बनर्जी ने कहा कि ओडिशा सरकार को यह ध्यान रखना चाहिए कि उनके वन क्षेत्र से बाघ दूसरे राज्यों में न जाएं. कुछ दिन पहले ही ओडिशा से एक बाघिन (जीनत) यहां प्रवेश कर गयी थी, जिसे पकड़ने के लिए राज्य वन विभाग के अधिकारियों को पांच दिनों तक कड़ी मेहनत करनी पड़ी थी. अब एक और बाघ ओडिशा से बंगाल में प्रवेश कर गया है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ओडिशा सरकार को अपने वन विभाग की टीम भेजनी चाहिए, जो बंगाल आकर बाघ को पकड़ कर ले जाये. उल्लेखनीय रहे कि कुछ दिन पहले ही एक बाघिन ओडिशा से बंगाल पहुंच गयी थी. बाघिन ने वन्य क्षेत्र से बाहर 100 किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय किया. पश्चिम बंगाल वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद बाघिन को पकड़ा और ओडिशा वापस भेजा. ममता ने कहा कि एक बाघ पांच जिलों को पार कर बांकुड़ा पहुंच गया था. दिनरात मेहनत के बाद हमने उसे पकड़ा. हमारे वन विभाग ने जैसे ही बाघ पकड़ा, उसे वापस लेने के लिए ओडिशा सरकार के फोन आने शुरू हो गये. इसके बाद हमारी पुलिस ने ग्रीन कॉरिडोर बना बाघ को वापस कर दिया. एक और बाघ के यहां प्रवेश करने की घटना पर मुख्यमंत्री ने ओडिशा सरकार से कहा कि आपको अपने जंगलों में रहने वाले बाघों की रखवाली खुद करनी चाहिए. उन्होंने मंच से ही राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत को ओडिशा सरकार से बातचीत कर बाघ पकड़ने के लिए यहां टीम भेजने के लिए कहा. मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां जिस प्रकार इस बाघ को पकड़ गया, वह एक मॉडल था. बाघ को कोई चोट नहीं पहुंची. लेकिन फिर से एक बाघ को भेज दिया! अगर भेजना है, तो हमेशा के लिए बाघों को यहां भेज दें. हमारे पास टाइगर रिजर्व हैं. टाइगर रेस्क्यू सेंटर हैं. हम रख लेंगे.

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