तोड़ी जायेंगी अवैध इमारतें : मेयर

जादवपुर विश्व विद्यालय और आइआइटी खड़गपुर जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से इस तरह की जांच करायेगी जायेगी.

By Prabhat Khabar News Desk | February 1, 2025 1:33 AM

कोलकाता. महानगर में आये दिन विभिन्न वार्डों से इमारतों के झुकने की खबरें सामने आ रही हैं, जिसे लेकर निगम की परेशानी बढ़ गयी है. ऐसे में अब झुकी इमारतों को सीधा करने के लिए कोलकाता नगर निगम की अनुमति लेनी होगी. इसके साथ ही निगम द्वारा सूचीबद्ध कंपनी ही इस कार्य को कर सकेगी. इसके लिए वैसी कंपनियों को निगम में सूचीबद्ध किया जायेगा, जिसके पास इस कार्य को करने का अनुभव होगा. इसके लिए कंपनी के ‘क्रेडेंशियल्स’ जांच की जायेगी.

जादवपुर विश्व विद्यालय और आइआइटी खड़गपुर जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से इस तरह की जांच करायेगी जायेगी. इसके बाद ही उस कंपनी को निगम में सूचीबद्ध किया जायेगा. यह जानकारी कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने दी.

उन्होंने बताया कि किसी भी अनाड़ी या कम अनुभवी कंपनी से इस कार्य को नहीं कराया जा सकता. उन्होंने कहा कि ऐसी कंपनियों को सूचीबद्ध करने के लिए निगम की ओर से विज्ञापन जारी की जायेगी. आवेदन करनेवाली कंपनियों को किसी बड़े इंजीनियरिंग संस्थान से जांच करने के बाद ही उसे सूचीबद्ध किया जायेगा.

अवैध निर्माण के खिलाफ हम चुप नहीं रह सकते

महानगर के टेंगर इलाके के क्रिस्टोफर रोड स्थित पुष्पांजलि रेसिडेंसी से सटे सफेद अवैध इमारत को तोड़ने का कार्य शुरू हुआ है. ऐसे में इसे तोड़े जाने के दौरान शुक्रवार को भी पुलिस और निगम कर्मियों को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. इस संबंध में निगम में मेयर फिरहाद हकीम से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हम हर हाल में इस अवैध इमारत को तोड़ेंगे. उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि कोलकाता में इन अवैध इमारतों में रहने वाले अधिकांश लोग आर्थिक रुप से कमजोर हैं, लेकिन अगर हम अवैध इमारतों को नहीं तोड़ते हैं, तो इससे उनमें रहने वाले लोगों को खतरा हो सकता है. उन्होंने कहा कि कोलकाता में ठीका टेनेंसी या बस्ती इलाकों में रहने वाले लोग प्रमोटर से इमारत का निर्माण कराते हैं. प्रमोटर अपने फायदे के लिए अवैध निर्माण करते हैं. उन्होंने कहा कि टेंगरा, बाघाजतिन के तोड़े जा रहे अवैध इमारत के वाशिंदे अगर चाहें तो वे बांग्लार बाड़ी योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसमें जमीन मालिक और किरायेदारों के हितों का ख्याल रखा जायेगा, पर अवैध निर्माण पर हम चुप नहीं रह सकते. उन्होंने कहा कि अगर इमारत को तोड़े जाने के दौरान कोई व्यक्ति विरोध करता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है, पर हम ऐसा नहीं करेंगे. इसलिए लोग हमें सहयोग करें.

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