केएमसी के मेयर फिरहाद हकीम ने दिया निर्देश कोलकाता. महानगर के 36 नंबर वार्ड में प्रशासन की अनुमति के बिना भू-जल का दोहन किया जा रहा है. इस पानी को मिनरल वाटर के नाम से बेचा जा रहा है. पार्षद सचिन सिंह ने निगम के मासिक अधिवेशन में इस मुद्दे को उठाया था. इस संबंध में मेयर फिरहाद हकीम ने बताया कि अवैध तरीके से पानी का कारोबार चलाया जा रहा है. भू-जल को बोतल में बंद कर मिनरल वाटर के नाम से बाजार में बेचा जा रहा है. यह अपराध है. पुलिस इस मामले में एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई करे. निगम की ओर से ऐसे मिनरल वाटर कारखानों में ताला लगा दिया जायेगा. मेयर ने निगम के जलापूर्ति विभाग और हेल्थ को तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. उन्होंने शुक्रवार को निगम में संवाददाताओं को बताया कि अवैध तरीके से पानी का कारोबार किया जा रहा है. इससे लोगों की सेहत पर असर पड़ सकता है. इसलिए इन मिनरल वाटर कारखानों को तुरंत बंद करने की जरूरत है. पार्षद ने सचिन सिंह ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने जून में निगम आयुक्त से शिकायत की थी. लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी. क्या निगम को अवैध बोरिंग के बारे में कोई जानकारी है? अगर जानकारी है, तो कार्रवाई क्यों नहीं की गयी ? भू-जल के व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए एसडब्ल्यूआइडी से अनुमति लेना जरूरी होता है. साथ ही ट्रेड लाइसेंस भी अनिवार्य है. इस मुद्दे पर पूछने पर एसडब्ल्यूआइडी की ओर से बताया गया कि वार्ड में मिनरल वाटर बनाने के लिए किसी ने अनुमति नहीं ली है. पार्षद ने कहा कि वार्ड में एक समाजविरोधी अवैध तरीके से पानी का कारोबार चला रहा है. बता दें कि इस मुद्दे को लेकर प्रभात खबर में खबर छपी थी. अब मेयर ने वार्ड के मिनरल वाटर कारखाने को बंद करने का निर्णय लिया है.
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