आरजी कर परिसर में खोली गयीं अवैध दुकानें बंद होंगी
आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की जूनियर महिला डॉक्टर से रेप और हत्या के बाद वहां के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के एक और कारनामे का खुलासा हुआ है.
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने उठाया सख्त कदम
संवाददाता, कोलकाता
आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की जूनियर महिला डॉक्टर से रेप और हत्या के बाद वहां के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के एक और कारनामे का खुलासा हुआ है. आरोप है कि उनकी वजह से अस्पताल परिसर में बिना लाइसेंस के एक के बाद एक कई दुकानें खुल गयी हैं. इससे अस्पताल की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं.
इस समस्या के समाधान के लिए राज्य स्वास्थ्य विभाग ने सख्त कदम उठाया है. अस्पताल में बिना लाइसेंस के खोली गयीं दुकानों को बंद करने का निर्णय लिया गया है. इस विषय पर चर्चा के लिए गुरुवार को कॉलेज काउंसिल की बैठक हुई. बैठक में आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल मानस बनर्जी को अवैध रूप से निर्मित इन दुकानों के बारे में बताया गया. अस्पताल अधीक्षक सप्तर्षि चटर्जी ने कॉलेज काउंसिल के सदस्यों से इस संबंध में उचित कार्रवाई की बात कही. बैठक में आरजी कर के शैक्षणिक भवन के बगल में एक जेरॉक्स दुकान का भी जिक्र किया गया. आरोप है कि जेरॉक्स दुकान पर संदीप का पूरा दबदबा था.
दुकान को पार्टी कार्यालय के रूप में इस्तेमाल किया जाता था. पीड़िता की हत्या के बाद जेरॉक्स दुकान बिना किसी सूचना के बंद कर दी गयी. बैठक में उस जेरॉक्स दुकान जैसी कई अन्य दुकानों का भी जिक्र किया गया. बैठक के निर्णय के अनुसार अगले सात दिनों के अंदर उन दुकानों को नोटिस देने का काम किया जायेगा. इसके बाद ही उन्हें हटाने का काम शुरू होगा. वहीं, अगर किसी व्यापारी के पास ट्रेड लाइसेंस है, तो उसे रिन्यू कराने का मौका दिया जायेगा.
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