आइएमए ने तृणमूल विधायक के खिलाफ चीफ जस्टिस को लिखा पत्र
जूनियर डॉक्टरों को धमकी देने का लगाया आरोप
जूनियर डॉक्टरों को धमकी देने का लगाया आरोप कोलकाता. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) की पश्चिम बंगाल शाखा ने तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा है. आइएमए के संयुक्त सचिव डॉ रंजन भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि मुर्शिदाबाद के भरतपुर के तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर डॉक्टरों को बार-बार धमका रहे हैं. यह भी एक तरह का थ्रेट कल्चर है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट डॉक्टरों के लिए भयमुक्त और सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने की बात कर रहा है. लेकिन तृणमूल विधायक डॉक्टरों को लगातार धमकियां दे रहे हैं. वह कानून अपने हाथ में लेने के लिए भी उकसा रहे हैं. इस मुद्दे पर मुख्य न्यायाधीश का ध्यान आकर्षित करने के लिए पत्र भेजा गया है. वहीं, इस मुद्दे पर तृणमूल विधायक ने कहा : मैं अच्छी तरह जानता हूं कि कानून क्या है. अगर मुझे जेल जाना पड़ा, तो मैं 50,000 लोगों के साथ रैली निकालूंगा. मुझे बिना अपराध किये दंड दिया जायेगा, तो वापस आकर अपराध करने में संकोच नहीं करूंगा. बता दें कि हुमायूं कबीर ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को लेकर लगातार विवादास्पद टिप्पणियां कीं. उन्हें धमकी देते हुए भी सुना गया. इसी महीने विधायक ने कहा था : आंदोलनकारी डॉक्टर आये दिन हड़ताल पर जायेंगे, मैं इसे अब और बर्दाश्त नहीं करूंगा. आये दिन सेवा बंद कर दी जाती है, तो हमें भी विरोध करने का अधिकार है. जनता मर रही है, तो डॉक्टरों को सुरक्षा क्यों की जाये ? संविधान ने हमें डॉक्टरों की भी घेराबंदी करने का अधिकार दिया है.
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