धनियाखाली में जौहर मेला शुरू हुगली. राज्य के परिवहन मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती ने आदिवासी समुदाय के स्वाधीनता संग्राम में किये गये योगदान को ऐतिहासिक और प्रेरणादायक बताया. उन्होंने कहा कि भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ सबसे पहले आवाज उठाने वालों में आदिवासी समुदाय शामिल था. उनका आंदोलन 17वीं शताब्दी से शुरू होकर 19वीं शताब्दी तक जारी रहा है. ये बातें उन्होंने धनियाखाली ब्लॉक के भास्तरा फुटबॉल मैदान में आयोजित जिला स्तरीय जौहर मेला के उद्घाटन को दौरान कहीं. मेले का आयोजन आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में किया गया है. मंत्री ने बिरसा मुंडा के योगदान को विशेष रूप से रेखांकित करते हुए कहा कि उन्होंने आदिवासी समाज को न केवल सामाजिक और आर्थिक उत्पीड़न के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित किया, बल्कि स्वाधीनता आंदोलन को भी नयी दिशा दी. बिरसा मुंडा का संघर्ष आदिवासी समुदाय की स्वतंत्रता और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए था. वहीं, डीएम मुक्ता आर्या ने कहा कि आदिवासी समुदाय ने स्वाधीनता संग्राम में जो बलिदान दिया है, उसे भुलाया नहीं जा सकता है. उनका संघर्ष हमें अपनी सांस्कृतिक धरोहर को बचाने और अन्याय के खिलाफ खड़े होने की प्रेरणा देता है. कार्यक्रम में एसडीओ सान्याल शुक्ला, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण व प्रकल्प अधिकारी तापस विश्वास सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे.
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