गिरफ्तार समरेश और मुक्तार से मिलीं अहम जानकारियां
सिर्फ फर्जी पासपोर्ट नहीं, बल्कि बारासात के कदंबगाछी से सटे इलाकों में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने का काम बड़े पैमाने पर चल रहा है.
फर्जी पासपोर्ट मामले में किये गये हैं गिरफ्तार प्रतिनिधि, बारासात सिर्फ फर्जी पासपोर्ट नहीं, बल्कि बारासात के कदंबगाछी से सटे इलाकों में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने का काम बड़े पैमाने पर चल रहा है. समरेश विश्वास और मुक्तार आलम को हाल ही में फर्जी पासपोर्ट मामले में गिरफ्तार किया गया था. उनसे पूछताछ में जांचकर्ताओं को अहम जानकारी मिली. समरेश विश्वास को फर्जी पासपोर्ट गिरोह में शामिल होने के आरोप में सबसे पहले लालबाजार में गिरफ्तार किया गया था. उसके बाद पुलिस ने बारासात के छोटा जगुलिया पंचायत ब्लॉक एक निवासी मुक्तार को गिरफ्तार किया. आरोपी और उसकी पत्नी के पैन कार्ड, आधार कार्ड और बैंक दस्तावेज जब्त कर लिये गये. सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार लोगों से पूछताछ के बाद जांच एजेंसी को पता चला कि बारासात ब्लॉक एक के कदंबगाछी पंचायत के नाम पर कई फर्जी फेल सर्टिफिकेट जारी कर फर्जी पासपोर्ट बनाये गये थे, इसीलिए जांचकर्ता कदंबगाछी ग्राम पंचायत के मुखिया से इस संबंध में जानना चाहते हैं. पता चला है कि प्रधान माधुरी मंडल ने पंचायत की ओर से पत्र का जवाब पहले ही दे दिया है. माधुरी मंडल ने कहा कि उन्हें पंचायत प्रधान की जिम्मेदारी मिले डेढ़ साल हो गये हैं. उनके यहां से ऐसा कोई जन्म प्रमाणपत्र नहीं निकला है. इस संबंध में खुफिया विभाग से एक पत्र हमारी पंचायत में आया था. पंचायत के नाम पर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र किसने जारी किया, उन्हें नहीं मालूम, लेकिन जिसने भी ऐसा किया है, उसे उचित सजा मिलनी चाहिए. वहीं, बारासात नगर निगम के चेयरमैन अश्नी मुखोपाध्याय का कहना है कि हमें ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है. अगर किसी ने नगर पालिका के नाम पर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाया है, तो हम जिम्मेदार नहीं हैं.
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