आग से सुरक्षा के लिए सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करें संस्थाएं : संयुक्त समिति
बैठक में आउट्राम घाट में कैंप लगाने वालीं सभी 56 संस्थाओं के पदाधिकारी शामिल हुए.
गंगासागर शिविर प्रारंभ होने से पहले सभी मंडपों में अग्निरोधी केमिकल का होगा छिड़काव मेला की तैयारियों को लेकर गंगासागर तीर्थयात्री संयुक्त समिति ने की बैठक कोलकाता. गंगासागर मेला को अब एक महीना भी नहीं रह गया है. ऐसे में शिविरों को लगाने का काम भी शुरू हो गया है. रविवार को गंगासागर तीर्थयात्री संयुक्त समिति की समीक्षा बैठक हुई. बैठक में आउट्राम घाट में कैंप लगाने वालीं सभी 56 संस्थाओं के पदाधिकारी शामिल हुए. संयुक्त समिति के अध्यक्ष तारकनाथ त्रिवेदी ने पिछले दिनों प्रशासनिक बैठक में हुए निर्णयों की जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मेला को लेकर काफी गंभीर हैं. तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए मूढ़ी गंगा पर पांच किमी लंबा पुल बनाने का निर्णय प्रशंसा योग्य है. इससे तीर्थयात्रियों को गंगा पार करने में कम समय लगेगा. साथ ही दुर्घटना में कम होगी. उन्होंने संस्थाओं से आग्रह किया कि वे अपने कैंप बनाने में सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करें. खासकर आग से बचाव के लिए पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट और दमकल विभाग के नियमों का पालन करते हुए पंडाल तैयार करें. महासचिव भरत मिश्रा ने नयी कार्यकारिणी के गठन के लिए प्रस्ताव रखा. उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र को ए, बी, सी, डी और ई, कुल पांच ब्लॉकों में बांटा गया है. इसकी निगरानी गंगासागर मेला प्रभारी -2025 मुन्ना मिश्रा अपने 16 सहयोगियों के साथ करेंगे. मुन्ना मिश्रा ने कहा कि सभी संस्थाएं अपने शिविर का निर्माण कार्य शुरू कर दें, क्योंकि पांच जनवरी को पीएचई की तरफ से अग्निरोधी केमिकल का छिड़काव पंडाल पर किया जायेगा. मेला के कोषाध्यक्ष उदय विश्वकर्मा ने वर्ष 2024 के आय-व्यय का विवरण पेश किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता गंगासागर तीर्थयात्री संयुक्त समिति के अध्यक्ष तारकनाथ त्रिवेदी ने किया. इस दौरान केपी सिंह, अशोक जायसवाल, डॉ सुरेश राय, भगवाना दास आर्य, पीएन झा, अनिल सिंह, गंगासागर तिवारी व अन्य मौजूद रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है