Loading election data...

बंगाल के सात जिलों में सक्रिय हुआ आतंकी संगठन जेएमबी

पश्चिम बंगाल के कई जिलों में आतंकी नेटवर्क स्थापित करने का खतरनाक मंसूबा लेकर आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) सक्रिय हो गया है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ की मदद से जेएमबी बंगाल के कई गैर-मान्यता प्राप्त मदरसों पर नजर रख रहा है. खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि इन स्थानों पर जेएमबी आतंकी मॉड्यूल तैयार कर रहा है और अपने आतंकी नेटवर्क का विस्तार कर रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 4, 2024 10:47 PM

कोलकाता.

पश्चिम बंगाल के कई जिलों में आतंकी नेटवर्क स्थापित करने का खतरनाक मंसूबा लेकर आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) सक्रिय हो गया है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ की मदद से जेएमबी बंगाल के कई गैर-मान्यता प्राप्त मदरसों पर नजर रख रहा है. खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि इन स्थानों पर जेएमबी आतंकी मॉड्यूल तैयार कर रहा है और अपने आतंकी नेटवर्क का विस्तार कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक, आइएसआइ ने बांग्लादेश में स्थित जेएमबी के कई बड़े नेताओं के साथ बैठक कर पश्चिम बंगाल और असम के सीमावर्ती इलाकों में आतंकियों का नेटवर्क मजबूत करने का निर्देश दिया है. पश्चिम बंगाल में मालदा, मुर्शिदाबाद, उत्तर व दक्षिण 24 परगना, बीरभूम, नदिया व उत्तर दिनाजपुर तथा असम में बरपेटा, नलबाड़ी, धुबरी जिले और को मुख्य निशाना बनाया जा रहा है. इन जिलों में पहले भी जेएमबी ने आतंकी मॉड्यूल बनाये थे, जो अब भी सक्रिय नहीं हैं, लेकिन जेएमबी को इन्हें फिर से सक्रिय करने का निर्देश मिला है.खुफिया एजेंसियों ने हाल ही में राज्य पुलिस और कोलकाता पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स को इस बारे में सतर्क किया है, जिसके बाद पूरे राज्य में सतर्कता बढ़ा दी गयी है. बताया जा रहा है कि जेएमबी के आतंकी सदस्य छोटे समूहों में गैर-मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों से संपर्क कर उनका ब्रेनवॉश करने की कोशिश कर रहे हैं. इसके बाद इन संस्थानों में छात्रों की भर्ती कर आतंकवादी विचारधारा का प्रचार किया जा रहा है. पिछले दिनों भी इसी तरीके से जेएमबी ने कई जगहों पर गुप्त शैक्षणिक संस्थानों की संस्थानों की स्थापना की थी, जिनमें छात्रों को गुमराह किया जाता था. खबरों के अनुसार, आइएसआइ की ओर से जेएमबी के आतंकी सदस्यों को वित्तीय सहायता भी दी जा रही है. आइएसआइ का मकसद है कि जेएमबी आतंकी इस क्षेत्र में गुप्त रूप से नेटवर्क का विस्तार कर सके और भविष्य में बड़े हमले के लिए प्रशिक्षित हों. बताया जा रहा है कि जेएमबी के नये सदस्यों को पाकिस्तान में प्रशिक्षण दिया जा सकता है. इसके अलावा बांग्लादेश में भी आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर बनाये जाने की संभावना है, जहां नये सदस्यों को विस्फोटक बनाने और हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जायेगी.

राज्य पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के संयुक्त प्रयासों से आतंकी मंसूबों पर रखी जा रही कड़ी निगरानी

खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, जेएमबी के आतंकी अब भी बड़ा बांग्लादेश बनाने के सपने को लेकर सक्रिय हैं, जिसमें असम और पश्चिम बंगाल को जोड़ने की योजना है. केंद्र सरकार की एजेंसियां जेएमबी की इस साजिश को नाकाम करने के लिए पुराने स्लीपर सेल के सदस्यों पर नजर रख रही हैं और राज्य पुलिस के सहयोग से सतर्कता बरती जा रही है. राज्य पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के संयुक्त प्रयासों से खतरनाक आतंकी मंसूबों पर कड़ी निगरानी जारी है, ताकि जेएमबी का नेटवर्क बंगाल में फैलने से रोका जा सके.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version