तीन कॉलेज एग्जामिनरों के खिलाफ होगी जांच
यह एक चूक है, जो इस विषय में परिणामों के प्रकाशन के रास्ते में आ गयी है. यह निर्णय यूनिवर्सिटी की सिंडिकेट की बैठक में लिया गया.
कोलकाता. कलकत्ता विश्वविद्यालय (सीयू) से बांग्ला विभाग की स्नातकोत्तर परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं गायब होने की खबर से हड़कंप मच गया है. सूत्रों के मुताबिक, करीब 120 विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाएं नहीं मिल रही हैं. इससे इनका भविष्य अधर में लटक गया है. इसे लेकर शुक्रवार को कैंपस में तनाव की स्थिति बनी रही. कलकत्ता यूनिवर्सिटी (सीयू) ने उन तीन कॉलेजों के एग्जामिनरों के खिलाफ जांच शुरू करने का फैसला किया है, जिन्होंने कथित तौर पर बांग्ला, एमए प्रथम सेमेस्टर परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं खो दी हैं. यह एक चूक है, जो इस विषय में परिणामों के प्रकाशन के रास्ते में आ गयी है. यह निर्णय यूनिवर्सिटी की सिंडिकेट की बैठक में लिया गया. तीन कॉलेजों, दो कोलकाता में और एक दक्षिण 24 परगना में, जहां स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम संचालित होते हैं. इन कॉलेजों के एग्जामिनरों ने कथित तौर पर 120 छात्रों की उत्तर पुस्तिकाएं खो दी हैं. इन छात्रों के अंक सितंबर में विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक पोर्टल पर अपलोड किये जाने थे. छात्रों ने अप्रैल में परीक्षा दी थी. सीयू की अंतरिम वाइस चांसलर शांता दत्ता ने बताया कि उन्हें पता चला है कि कुछ स्क्रिप्ट का मूल्यांकन किया गया था और अंक परीक्षा नियंत्रक के पोर्टल पर अपलोड किये गये थे. फिर स्क्रिप्ट गलत हो गयी. बाकी उत्तर पुस्तिकाएं खो जाने के कारण उनका मूल्यांकन ही नहीं किया जा सका. विश्वविद्यालय ने अपनी सिंडिकेट बैठक में निर्णय लिया कि वे छात्रों से कहेंगे कि या तो वे अन्य पेपरों में प्राप्त उच्चतम अंकों को खोये हुए पेपर के अंकों के रूप में स्वीकार करें या दोबारा परीक्षा में बैठें. सीयू के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि जिन छात्रों की स्क्रिप्ट, अंक अपलोड होने के बाद गुम हो गयी थी,. उन्हें अपलोड की गयी सूचना को स्वीकार करने के लिए कहा जा सकता है. हालांकि, इस विकल्प के साथ एकमात्र समस्या यह है कि छात्र समीक्षा नहीं मांग पायेंगे, क्योंकि उत्तर पुस्तिकाएं गलत जगह पर रख दी गयी हैं.
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