अगले साल अक्षय तृतीया पर दीघा में जगन्नाथ मंदिर का होगा उद्घाटन

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि दीघा में जगन्नाथ मंदिर का उद्घाटन अगले साल 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के मौके पर होगा.

By Prabhat Khabar News Desk | December 12, 2024 1:35 AM

रथयात्रा के सोने के झाड़ू के लिए अपने बैंक खाते से पांच लाख रुपये देंगी मुख्यमंत्री

प्रतिनिधि, हल्दियामुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि दीघा में जगन्नाथ मंदिर का उद्घाटन अगले साल 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के मौके पर होगा. उन्होंने कहा कि मंदिर के उद्घाटन के बाद दीघा में भी बड़े पैमाने पर रथयात्रा उत्सव का आयोजन होगा. रथयात्रा के लिए सोने का झाडू खरीदने के लिए सुश्री बनर्जी अपने बैंक खाते से पांच लाख रुपये देंगी. मुख्यमंत्री ने बुधवार को दीघा में निर्माणाधीन जगन्नाथ मंदिर का जायजा लिया और कार्यों की समीक्षा की. मुख्यमंत्री के साथ इस्काॅन, कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास, राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत, पूर्व मेदिनीपुर के जिलाधिकारी पूर्णेंदु माजी, पुलिस अधीक्षक सौम्यदीप भट्टाचार्य, रामनगर के विधायक अखिल गिरि के अलावा अन्य पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे.

करीब 22 एकड़ में बन रहे जगन्नाथ मंदिर का परिदर्शन करने के बाद सुश्री बनर्जी ने कहा : मैं दीघा में बनाये जा रहे मंदिर की तुलना पुरी में मौजूद जगन्नाथ मंदिर से नहीं कर सकती हूं. उसका अलग धार्मिक व ऐतिहासिक महत्व है. दीघा में राज्य सरकार की पहल से मंदिर बनाया जा रहा है. मंदिर परिसर में ‘चैतन्य द्वार जगन्नाथ धाम’ तैयार किया जा रहा है. मंदिर में देव जगन्नाथ की मूर्ति पत्थर से निर्मित होगी. साथ ही यहां नीम की लकड़ी से बनी मूर्ति भी होगी. अगले तीन महीनों में मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो जायेगा. अगले साल 30 अप्रैल यानी अक्षय तृतीया के मौके पर मंदिर का उद्घाटन होगा. मुख्यमंत्री दीघा के तीन दिवसीय दौरे पर हैं.

गठित किया गया है ट्रस्टी बोर्ड

राज्य के मुख्य सचिव के नेतृत्व में मंदिर के लिए एक ट्रस्टी बोर्ड का गठन किया गया है. बोर्ड में पूर्व मेदिनीपुर के डीएम, पुलिस अधीक्षक के अलावा इस्कॉन, कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास, सनातन धर्म से जुड़े विशिष्ट प्रतिनिधि और स्थानीय पुरोहित शामिल किये गये हैं.

अब तक खर्च हुए हैं 250 करोड़ रुपये

सीएम ने बताया कि मंदिर के निर्माण में अब तक 250 करोड़ रुपये खर्च हुए है. कुछ और खर्च होगा. जगन्नाथ मंदिर में भोग बनाने का अलग कक्ष होगा. स्टोर रूम, गेस्ट रूम व विश्राम घर अलग-अलग होंगे. पूजा के प्रसाद व चढ़ावा के लिए भी अलग घर होगा. पुरी जगन्नाथ मंदिर की तरह ही दीघा में भी पूजा के दौरान गुजिया, गजा, खाजा समेत अन्य मिष्ठान की व्यवस्था रहेगी. मंदिर में देवी विमला और राधा-कृष्णा का मंदिर भी होगा.

क्या कहा मुख्यमंत्री ने

अगले साल 30 अप्रैल को ‘अक्षय तृतीया’ के शुभ अवसर पर होगा मंिदर का उद्घाटनलगभग 22 एकड़ के भूखंड पर निर्मित जगन्नाथ धाम परियोजना पर राज्य के खजाने से लगभग 250 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. मंदिर के उद्घाटन के बाद पहली रथयात्रा निकाली जायेगी. रथयात्रा के लिए सोने का झाड़ू खरीदने के लिए मैं अपने बैंक खाते से पांच लाख रुपये दूंगी. यह झाड़ू इस्कॉन तैयार करेगा. जगन्नाथ मंदिर के उद्घाटन में सभी लोगों से शामिल होने का आग्रह है.पुरी में जिस तरह प्रतिदिन मंदिर के ध्वज को लेकर परंपरा है, यहां भी उसी का पालन किया जायेगा. परंपरा का सही तरीके से पालन हो, इसके लिए पुरी के जगन्नाथ मंदिर के राजेश दैतापति से भी बात हुई है.

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