राज्य में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार और उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं से राज्यपाल हुए चिंतित
राज्य में महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने सोमवार को चिंता जतायी. राजभवन में सुबह जय जवान दिवस मनाया गया. मौके पर राज्यपाल ने कहा कि राज्य में महिला उत्पीड़न की बढ़ती घटनाएं चिंताजनक हैं. इस तरह के अपराध को रोकने के लिए आमलोगों को और सजग व सचेत होना चाहिये. जय जवान दिवस को लेकर उन्होंने कहा कि शहीदों ने जो त्याग किया है, देश हमेशा उनका ऋणी रहेगा. सुरक्षा में लगे देश के जवान अपने दायित्व का पालन कर रहे हैं. पूरे देश को उनके साथ खड़ा रहना होगा.
कोलकाता.
राज्य में महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने सोमवार को चिंता जतायी. राजभवन में सुबह जय जवान दिवस मनाया गया. मौके पर राज्यपाल ने कहा कि राज्य में महिला उत्पीड़न की बढ़ती घटनाएं चिंताजनक हैं. इस तरह के अपराध को रोकने के लिए आमलोगों को और सजग व सचेत होना चाहिये. जय जवान दिवस को लेकर उन्होंने कहा कि शहीदों ने जो त्याग किया है, देश हमेशा उनका ऋणी रहेगा. सुरक्षा में लगे देश के जवान अपने दायित्व का पालन कर रहे हैं. पूरे देश को उनके साथ खड़ा रहना होगा. महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर राज्यपाल के मंतव्य को लेकर तृणमूल नेता कुणाल घोष ने कहा कि राज्यपाल के खिलाफ ही दो महिलाओं ने शिकायत दर्ज करायी है. राज्यपाल अपनी क्षमता के बल पर इसकी जांच को ठीक तरह से नहीं होने दे रहे हैं. ताज पैलेस की भी घटना है. पहले इसका समाधान होना चाहिये. इसकी लाइव स्ट्रीमिंग भी होनी चाहिये.एनसीडब्ल्यू सदस्य ने लिखा पत्र, नारकेलडांगा की घटना पर हस्तक्षेप करें राज्यपाल
कोलकाता. महानगर के नारकेलडांगा में पिछले दिनों दो गुटों के बीच हुए विवाद में पूजा स्थलों सहित निजी और सार्वजनिक संपत्तियों को काफी नुकसान पहुंचा था. इस घटना को लेकर एनसीडब्ल्यू सदस्य अर्चना मजूमदार ने राज्यपाल को एक पत्र लिख मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है. पत्र में उन्होंने घटना के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है. उन्होंने लिखा है : मुझे विश्वास नहीं हुआ कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मेरे पास आये और बढ़ती स्थिति को संभालने के बजाय मेरे साथ दुर्व्यवहार करने लगे. जब मैंने शांति और सार्वजनिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरे के बारे में अधिकारियों से बात करने की कोशिश की, तो वे टकराव पर उतर आये. प्रभावित निवासियों की शिकायतों को सुनने के बजाय उन्होंने मेरे आसपास के लोगों पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया, जो न्याय और समर्थन की तलाश में एकत्र हुए थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है