तृणमूल सांसद जवाहर सरकार ने उपराष्ट्रपति को सौंपा इस्तीफा
गुरुवार को उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया
कोलकाता. आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में एक जूनियर महिला चिकित्सक से दुष्कर्म व हत्या के मामले में राज्य सरकार व प्रशासन से रवैये से क्षुब्ध तृणमूल कांग्रेस के सांसद जवाहर सरकार ने गत रविवार को ही मुख्यमंत्री व पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी को पत्र लिखकर अपनी राज्यसभा की सदस्यता और राजनीति छोड़ने के फैसले की बात कही थी. गुरुवार को उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया. उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के चेयरमैन जगदीप धनखड़ को लिखे पत्र में सरकार ने कहा कि वह तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा के सदस्य रूप में अपना इस्तीफा दे रहे हैं. कृपया इस्तीफा पत्र को स्वीकार कर लें. सांसद पद से इस्तीफा देने के ऐलान के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें फोन किया और आग्रह किया था कि वह इस्तीफा पत्र पर पुनर्विचार करें.
लेकिन जवाहर सरकार ने उनकी बात मानने से इंकार कर दिया था. उन्होंने कहा था कि वह आम लोगों से वादा कर चुके हैं और अब वह इस्तीफा देने से पीछे नहीं हटेंगे. उन्होंने आरजी कर अस्पताल की जूनियर महिला चिकित्सक से दुष्कर्म व हत्या के मामले में राज्य सरकार द्वारा उठाये गये कदम को ‘अपर्याप्त और काफी देर से उठाया गया’ बताया था. उसके बाद बुधवार को वह दिल्ली पहुंचे थे और गुरुवार को उन्होंने राज्यसभा के सांसद पद से इस्तीफा सौंप दिया. सरकार ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में अपनी ही पार्टी में कुछ खास लोगों और भ्रष्ट लोगों के अनियंत्रित दबंग रवैये पर चिंता जतायी थी.
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