रैगिंग के दोषियों को मार्कशीट नहीं देगा जेयू
रैगिंग को लेकर जादवपुर विश्वविद्यालय अक्सर सुर्खियों में रहता है. बांग्ला भाषा विभाग के एक छात्र की मौत की घटना के बाद भारी बवाल हुआ था.
बांग्ला भाषा विभाग के एक छात्र की मौत के मद्देनजर विश्वविद्यालय हुआ सख्त
यूनिवर्सिटी की एंटी रैगिंग कमेटी ने उठाया सख्त कदम
कैंपस में अनैतिक व अवैध गतिविधियों पर लगाम डालने की कोशिश
संवाददाता, कोलकातारैगिंग को लेकर जादवपुर विश्वविद्यालय अक्सर सुर्खियों में रहता है. बांग्ला भाषा विभाग के एक छात्र की मौत की घटना के बाद भारी बवाल हुआ था. शिकायत मिल रही है कि रैगिंग के आरोपी कैंपस इंटरव्यू के जरिये आसानी से नौकरी हासिल कर ले रहे हैं. अब रैगिंग करनेवालों पर विश्वविद्यालय प्रबंधन ने सख्ती बरतने का फैसला किया है. विश्वविद्यालय की एंटी रैगिंग कमेटी ने एक बैठक में रैगिंग से जुड़े छात्रों के खिलाफ कड़ा कदम उठाने का फैसला लिया है. इसके तहत रैगिंग से जुड़े छात्र यदि पढ़ भी रहे हैं, तो परीक्षा के बाद उन्हें मार्कशीट नहीं दी जायेगी. नौकरी पाना उनके लिए आसान नहीं होगा. रैगिंग के मामले में कुछ छात्र गिरफ्तार हुए थे, लेकिन विश्वविद्यालय प्रबंधन का मानना है कि कई छात्र अब भी पकड़ से बाहर हैं. कुछ छात्र हाइकोर्ट भी गये थे. फैसला लिया गया है कि बिना हाइकोर्ट के निर्देश के, उन्हें मार्कशीट नहीं दी जा सकती है. कमेटी का मानना है कि सख्त रुख अख्तियार करने से छात्रों पर दबाव बढ़ेगा. रैगिंग को लेकर जो दुस्साहस वे करते हैं, उस पर भी लगाम लगेगी. गौरतलब है कि जादवपुर विश्वविद्यालय के बांग्ला भाषा विभाग के एक छात्र ने नौ अगस्त,2023 को रैगिंग से तंग आकर हॉस्टल की बालकनी से छलांग लगा दी थी. छात्र की मौत हो गयी. घटना के सिलसिले में 13 छात्रों को गिरफ्तार किया गया. मामला कलकत्ता हाइकोर्ट में चल रहा है.
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