Kolkata Doctor Murder : कोलकाता में दरिंदगी व हैवानियत से जूनियर डाॅक्टर हार गई जिंदगी…
Kolkata Doctor Murder : राज्य के मेडिकल कॉलेजों के इतिहास में अबतक दरिंदगी की ऐसी वारदात नहीं हुई है. जूनियर डॉक्टर से हुई दरिंदगी ने हैवानियत की तमाम घटनाओं को भी छोड़ा पीछे.
Kolkata Doctor Murder : पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल काॅलेज व अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले ने पूरे देश में उबाल ला दिया है.ऐसा माना जा रहा है कि राज्य के मेडिकल कॉलेजों के इतिहास में अबतक दरिंदगी की ऐसी वारदात नहीं हुई है. जहां डॉक्टर की इतनी बेरहमी से हत्या कर दी जाये. लेकिन कोलकाता में इस तरह की घटना को अंजाम दिया गया है. प्रशासन से लेकर राजनीति में उथल-पुथल मची हुई है. हर कोई घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताकर अपनी पीड़ा जाहिर कर रहे हैं, लेकिन इस डॉक्टर की मौत का जिम्मेवार कौन है, इसका जवाब किसी अधिकारी और सत्ता पक्ष के नेता के पास नहीं है. कातिलों की तलाश जारी है लेकिन उस जूनियर डाॅक्टर के साथ क्या हुआ इस पर संशय अब भी बरकरार है. आखिरकार घटना को अंजाम देने वाले कातिल के अंदर कितनी दरिंदगी थी जिसने जिस्म को नोंचने के बाद मौत के घाट उतारने में हिचकिचाहट तक नहीं हुई.
8 अगस्त की रात कितनी थी दर्दनाक
बता दें कि घटना रात को महिला जूनियर डॉक्टर ड्यूटी पर थी. वह अपने अन्य दो डाॅक्टर साथी के साथ थी. रात दो बजे खाना खाने के बाद वह सेमिनार हॉल में गयी थी. उसके बाद से ही उसे नहीं देखा गया था. बाद में उसका शव बरामद हुआ. अस्पताल में जिस जगह से उसका शव मिला, वहां बाहरी लोग आसानी से नहीं आ-जा सकते हैं. इसके बावजूद वह घटना को अंजाम दिया गया था. डाॅक्टर की अर्द्धनग्न अवस्था में शव मिला था जिसने हड़कंप मचा दिया था.
लाल ब्लैंकेट ओढ़कर गहरी नींद में सोयी थी जूनियर डाॅक्टर
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी जब पीड़िता के पास पहुंचा, तब वह लाल ब्लैंकेट ओढ़कर गहरी नींद में सोयी थी. आरोपी ने सेमिनार हॉल में दाखिल होने के बाद ब्लैंकेट हटाकर पहले पीड़िता का मुंह और नाक में कपड़ा या रूमाल या कोई अन्य सॉफ्ट वस्तु से दबाकर उसे बेहोश किया. इसके बाद उसके साथ दुष्कर्म किया. दुष्कर्म करने के बाद पीड़िता जुबान न खोले, इससे बचने के लिए गला घोटकर उसकी हत्या कर दी.
डाॅक्टर ने बचने की भी काफी की थी कोशिश
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका भी उल्लेख है कि पीड़िता ने बचने की भी काफी कोशिश की. आरोपी ने महिला के साथ हाथापाई भी की. इसी खींचातानी में वह जहां सो रही थी, उसके पास रखी पुस्तक की कुछ प्रतियां फटी मिलीं. उसका चश्मा भी टूटा था, संभवत: चश्मे के शीशे से ही उसकी आंख में भी चोट लगी थी, जिसके कारण आंख से खून निकल रहा था. आरोपी के शरीर के सात जगहों पर खरोच के निशान भी मिले हैं. पीड़िता के नाखून से मिले मांस के कुछ अंश आरोपी के शरीर की होने की जानकारी दी गयी है.
आखिर आरोपी ने कैसे दिया था नारकीय अत्याचार को अंजाम
पोस्टमार्टम में इसका जिक्र भी किया गया है कि पीड़िता के चेहरे, गर्दन एवं शरीर के एकाधिक हिस्सों में चोट के निशान थे. उसके निचले प्राइवेट पार्ट में भी जख्म के निशान मिलने का उल्लेख किया गया है. पैर की एंड़ी में भी चोट के निशान हैं, जिससे स्पष्ट है कि आरोपी ने पीड़िता के साथ काफी ज्यादा अत्याचार किया. पोस्टमार्टम की विस्तृत रिपोर्ट के बाद पुलिस का यह मानना है कि संजय ने अकेले ही युवा डॉक्टर पर नारकीय अत्याचार को अंजाम दिया. माना जा रहा है कि वारदात के दौरान उसके साथ कोई अन्य व्यक्ति जुड़ा नहीं था.
ईयरफोन से हुई थी कातिल की पहचान
अब पुलिस ने संजय के साथ-साथ सीसीटीवी फुटेज से शॉर्ट लिस्ट किए गए तमाम लोगों के मोबाइल फोन के साथ उस ब्लूटूथ ईयरफोन की पेयरिंग यानी कनेक्शन चेक करने की कोशिश की. और ये देख कर चौंक गई कि वो ईयरफोन संजय के मोबाइल फोन के साथ ही पेयर्ड यानी कनेक्टेड मिला. यानी ये बात तकरीबन साफ हो गई कि वो ईयरफोन किसी और का नहीं बल्कि संजय रॉय का ही था.
शराब के नशे में हैवानियत पर उतर आया था संजय राय
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला जूनियर डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के आरोप में गिरफ्तार सिविक वॉलंटियर संजय राय ने पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किये हैं. सूत्रों ने बताया कि आरोपी ने बयान दिया है कि वह मृत महिला चिकित्सक को पहले से नहीं जानता था. पुलिस वेलफेयर कमेटी का सदस्य होने के चलते पुलिस परिवार से जुड़े मरीजों के इलाज का ध्यान रखना उसका दायित्व था. वह अस्पताल की चौथी मंजिल पर भर्ती एक मरीज (जिसे ऑपरेशन थियेटर में ले जाया गया था) का हाल-चाल जानने गया था. वहां ओटी रूम खोज रहा था. इसी बीच उसने सेमिनार हॉल का दरवाजा खोला, तो अंदर बेड पर एक महिला सोती हुई दिखी. इसके बाद वह अपना आपा खो बैठा और वारदात को अंजाम दिया.
संजय राय पहले से नहीं जानता था जूनियर डाॅक्टर को
आरोपी ने यह भी कबूल किया कि पकड़े जाने के डर से उसने महिला की हत्या कर दी. लालबाजार सूत्रों का कहना है कि आरोपी के इस बयान के बाद जांच में पता चला कि अस्पताल में घुसने से पहले संजय ने शराब पी थी. मोबाइल में अश्लील वीडियो भी देखे थे.आरोपी की बहन सहित अन्य परिजनों से पूछताछ में भी यह जानकारी मिली कि संजय शुरू से ही क्रूर मानसिकता वाला व्यक्ति है. वह बहन, मां एवं पत्नी से मारपीट कर चुका है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि अब तक आरोपी यही कह रहा है कि वारदात में वह अकेला शामिल था. बहरहाल, मामले की जांच की जा रही है.
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मां ने कहा, बड़ी उम्मीद थी डाॅक्टर बनेगी
वारदात का शिकार बनी लड़की एक सामान्य परिवार से आती है. उसका घर उत्तर चौबीस परगना जिले में है. उसके पिता स्कूल ड्रेस का छोटा-मोटा बिजनेस करते हैं. परिवार को काफी उम्मीद की उनकी बेटी डाॅक्टर बनेगी और उनका नाम रोशन करेगी. हालांकि आज उसके घर में मातम पसरा हुआ है.
लगातार सबूतों को मिटाने का प्रयास जारी
सूत्रों की मानें तो डाॅक्टर की मौत के बाद सबूतों काे मिटाने का सिलसिला जारी है. लगातार प्रयास किया जा रहा है कि सबूतों को मिटाया जा सके. सेमिनार हाॅल की मरम्मत ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि कोई ऐसा है जो कई सबूतों को सामने नहीं आने देना चाहता है.ऐसे में डाॅक्टर की हत्या के लिये कौन जिम्मेदार है यह कहीं रहस्य ही ना बन जाये.
न्याय की मांग कर रहे जूनियर डॉक्टर
पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की इमरजेंसी बिल्डिंग के चौथे तल पर सेमिनार हॉल से एक जूनियर महिला डॉक्टर का शव अर्धनग्न अवस्था में बरामद होने के बाद बवाल मचा है. बंगाल के विभिन्न अस्पतालों में जूनियर डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया. सभी महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में न्याय की मांग कर रहे थे.
ममता बनर्जी ने की थी सीबीआई जांच की मांग
सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरजी कर मेडिकल काॅलेज व अस्तपाल में पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की और कोलकाता पुलिस को ‘अल्टीमेटम’ दिया. उन्होंने बताया कि अगर रविवार तक पुलिस जांच में खास प्रगति नहीं कर पाई तो वह केस को सीबीआई को सौंप देंगे. लेकिन हाई कोर्ट रविवार तक इंतजार करने को तैयार नहीं है. मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि पांच दिन बाद भी घटना की जांच में कोई उल्लेखनीय प्रगति नहीं हुई है. हाई कोर्ट ने आदेश दिया कि कोलकाता पुलिस मामले की आगे जांच नहीं करेगी. चीफ जस्टिस ने कोर्ट में मौजूद सीबीआई अधिकारी को केस डायरी सौंपने का आदेश दिया. अगली सुनवाई के दिन सीबीआई को जांच की प्रगति रिपोर्ट देनी होगी.
सीएम ने कहा, आरोपी को मिले मृत्युदंड की सजा
मुख्यमंत्री ने शनिवार को इस मामले में दोषियों के लिए मृत्युदंड की मांग की थी. ममता बनर्जी ने कहा: हम चाहते हैं कि इस मामले की सुनवाई त्वरित अदालत में हो. हम मृत्युदंड की भी मांग करेंगे. कुछ लोग शायद भूल गये हैं कि समाज में कैसे व्यवहार करना चाहिए. महिलाओं के खिलाफ इस तरह की हिंसा एक जघन्य अपराध है. गौरतलब है कि आरजीकर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के अंदर दुष्कर्म तथा हत्या की शिकार हुई महिला चिकित्सक का शव शुक्रवार को सुबह सेमिनार हॉल में मिला था. इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था.
कोलकाता डाॅक्टर हत्याकांड मामले की जांच करेगी सीबीआई
कलकत्ता हाई कोर्ट ने आरजी कर मेडिकल काॅलेज व अस्तपाल में डाॅक्टर हत्याकांड मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए है. मंगलवार को मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवज्ञानम ने मामले की केस डायरी का अवलोकन करने के बाद यह आदेश दिया. हाईकोर्ट का कहना है कि पुलिस और अस्पताल द्वारा की गई जांच व तथ्य संतोषजनक नहीं थे. पुलिस ने जो केस डायरी कोर्ट में सौंपी है उससे भी हाई कोर्ट संतुष्ट नहीं है. इसीलिए केंद्रीय जांच एजेंसी को पूरी घटना की जांच का जिम्मा दिया गया है. हाई कोर्ट ने कहा कि मामले की जांच कोर्ट की निगरानी में होगी.
आखिर किसे बचाने की कोशिश कर रही तृणमूल सरकार : रविशंकर
महानगर के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की घटना को लेकर भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने कहा कि एक महिला मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हमारी महिला डॉक्टरों को परेशान किया जा रहा है. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि एक महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म किया गया और उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गयी. देश के सभी डॉक्टर विरोध कर रहे हैं. श्री प्रसाद ने कहा कि हाइकोर्ट ने मामले की सीबीआइ जांच का आदेश दिया है. लेकिन उनका सवाल यह है कि ममता बनर्जी सीबीआइ जांच के लिए तैयार क्यों नहीं हुईं? उन्हें कहना चाहिए कि वह (जांच में) सहयोग करेंगी. वह किसे बचाने की कोशिश कर रही हैं?
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