इंसाफ की मांग पर फिर सड़क पर उतरे जूनियर डॉक्टर
पीड़िता के अभिभावकों ने भी दिया साथ, कहा- मुझे न्याय चाहिए
पीड़िता के अभिभावकों ने भी दिया साथ, कहा- मुझे न्याय चाहिए कोलकाता. आरजी अस्पताल में जूनियर महिला चिकित्सक से दुष्कर्म बाद हत्या के हुए चार महीने बीच चुके हैं, पर अब तक पीड़ित परिवार इंसाफ की लड़ाई लड़ रहे हैं. ऐसे में न्याय की मांग पर वेस्ट बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट के बैनर तले एक बार फिर जूनियर डॉक्टर सड़क पर उतरे हैं. जूनियर डॉक्टरों की इस रैली में पीड़िता के माता-पिता ने भी हिस्सा लिया. शुक्रवार को दोपहर में वेस्ट बंगाल मेडिकल काउंसिल के सामने पहले एक सभा हुई. इसके बाद वहां से स्वास्थ्य भवन तक रैली निकाली गयी. जूनियर डॉक्टरों के आह्वान पर वरिष्ठ डॉक्टरों, नर्सों सहित स्वास्थ्यकर्मियों के सभी संगठनों, अभया मंच सहित नागरिक संगठनों के सदस्यों में रैली हिस्सा लिया. पीड़िता के मां ने कहा- मेरी बेटी आरजी कर में एमबीबीएस की पढ़ाई के बाद इसी कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन में एमडी की पढ़ाई कर रही थी. वह बहुत प्रतिभाशाली और मेहनती छात्रा थी. वह जरूरतमंद लोगों के लिए कुछ करना चाहती थी. उन्होंने कहा कि बेटी द्वारा लिखे गये पर्ची देख कर उसकी बहुत याद आती है. मैं अपनी बेटी के लिए न्याय चाहती हूं. हमें इस अन्याय के खिलाफ मिलकर आवाज उठानी चाहिए, ताकि किसी अन्य माता-पिता को इस तरह के दर्द से न गुजरना पड़े. जूनियर डॉ देबाशीष हाल्दार ने कहा कि चार महीने बीत गये, पर अभी तक अभया यानी पीड़िता के परिवार को न्याय नहीं मिला. कब मिलेगा न्याय? इस संदर्भ में डॉ हाल्दार ने कहा, यह लड़ाई अकेले हमारी नहीं है. न्याय पाने के लिए सभी को एक साथ मिल कर लड़ना होगा. उन्होंने कहा कि जांच जारी है. लेकिन काफी धीमी गति से चल रही है.
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