जूनियर डॉक्टरों ने सुप्रीम कोर्ट में पैरवी के लिए बदला अपना वकील
आरजी कर मामले की अगली सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को होगी. कोर्ट में सुनवाई होने से पहले ही जूनियर डॉक्टरों की ओर से बड़ा निर्णय लिया गया है. सुनवाई से पहले जूनियर डॉक्टरों ने अपने वकील को बदल दिया है.
अब इंदिरा जय सिंह सुप्रीम कोर्ट में जूनियर डॉक्टरों की करेंगी पैरवी
संवाददाता, कोलकाता
आरजी कर मामले की अगली सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को होगी. कोर्ट में सुनवाई होने से पहले ही जूनियर डॉक्टरों की ओर से बड़ा निर्णय लिया गया है. सुनवाई से पहले जूनियर डॉक्टरों ने अपने वकील को बदल दिया है. अब गीता लूथरा की जगह नयी वकील इंदिरा जय सिंह सुप्रीम कोर्ट में जूनियर डॉक्टरों की पैरवी करेंगी.
सूत्रों के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट में गीता लूथर के कामकाज से आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टर संतुष्ट नहीं थे. उनका मानना है कि मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ में आंदोलनकारियों की बात सही ढंग से नहीं रखी जा रही है. बता दें कि गत सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में आरजी कर मामले की सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश डीवाइ चंद्रचूड़ की अध्यक्षतावाली खंडपीठ में राज्य सरकार की ओर से पैरवी कर रहे कपिल सिब्बल को कई सवालों का सामना करना पड़ा था. लेकिन कपिल सिब्बल ने जोर देते हुए कहा कि जूनियर डॉक्टरों की लगातार हड़ताल के कारण सरकारी अस्पतालों में इलाज के बिना मरीजों का बुरा हाल है. कपिल सिब्बल ने कोर्ट में दलील दी कि इस आंदोलन के कारण राज्य की स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा रही हैं. इलाज के अभाव में करीब 22 मरीज की मौत भी हुई है.
इसके बाद चीफ जस्टिस ने कहा : अगर डॉक्टर मंगलवार शाम पांच बजे तक काम पर लौट आते हैं, तो राज्य सरकार उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगी. लेकिन, जब राज्य के वकील ने इस मामले पर सवाल उठाया, तो न तो सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और न ही जूनियर डॉक्टरों की वकील गीता लूथरा ने उस दिन की सुनवाई के दौरान पलटवाकिया.
जब इस बारे में सवाल किया गया, तो वकील विकास रंजन भट्टाचार्य ने कहा कि वह पीड़ित परिवार के वकील हैं. उन्हें यहां सवाल करने का कोई अधिकार नहीं है.
ऐसे में अगले मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में राज्य की क्या स्थिति रहती है, इसे काफी अहम मान रहे हैं.
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