कोलकाता.
राज्य स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय ‘स्वास्थ्य भवन’ के बाहर धरना दे रहे आंदोलनकारी जूनियर चिकित्सकों ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता व विधायक अग्निमित्रा पॉल को वहां देखने के बाद ‘वापस जाओ’ के नारे लगाये. हालांकि, अग्निमित्रा ने दावा किया कि वह वहां विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए नहीं गयी थीं, बल्कि वह समीप में स्थित भाजपा कार्यालय जाने के लिए उस इलाके से गुजर रही थीं. सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में पिछले महीने एक जूनियर महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले से कथित तौर पर गलत तरीके से निबटने के लिए वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों और कोलकाता पुलिस आयुक्त को हटाने की मांग को लेकर जूनियर चिकित्सक मंगलवार से स्वास्थ्य भवन के बाहर धरने पर बैठे हैं. आरोप है कि अग्निमित्रा ने अपने सुरक्षाकर्मियों और समर्थकों के साथ प्रदर्शन स्थल में प्रवेश करने का प्रयास किया. हालांकि, उन्होंने पत्रकारों से कहा : मैं विरोध प्रदर्शन में शामिल लेने या इसमें राजनीतिक रंग जोड़ने के लिए वहां नहीं थी. मैं भाजपा कार्यालय जाने के लिए रास्ते से गुजर रही थी, जो समीप में ही है. पार्टी कार्यालय के दोनों ओर सड़कें हैं, जिन्हें छात्रों के आंदोलन के कारण बंद कर दिया गया था. मैं जूनियर चिकित्सकों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन करती हूं, मैं उसमें शामिल होने के लिए वहां नहीं गयी थी. आंदोलनकारी चिकित्सकों में से एक ने दावा किया कि पॉल आंदोलन का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही थीं. चिकित्सकों ने कहा : वह प्रदर्शन स्थल के पास खड़ीं होकर मीडिया से बात कर रही थीं. वह बिना कोई बयान दिये आसानी से वहां से गुजर सकती थीं. वह एक राजनीतिक टिप्पणी कर रही थीं, इसलिए हमने ‘वापस जाओ’ के नारे लगाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है