राज्य सरकार से निराश, केंद्र से हस्तक्षेप का अनुरोध
राज्य के आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर आरजी कर अस्पताल गतिरोध मामले में हस्तक्षेप का अनुरोध किया है.
आरजी कर कांड. आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा पत्रपत्र की प्रतियां उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को भी भेजी गयीं संवाददाता, कोलकाता राज्य के आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर आरजी कर अस्पताल गतिरोध मामले में हस्तक्षेप का अनुरोध किया है. पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट द्वारा लिखे गये चार पृष्ठ वाले पत्र की प्रतियां उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को भी भेजी गयी हैं. इससे पहले, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ गुरुवार को राज्य सचिवालय नबान्न में जूनियर डॉक्टरों की बैठक नहीं हो सकी थी, क्योंकि बैठक के लाइव प्रसारण की मांग पर जूनियर डॉक्टर आड़े हुए थे. जबकि, सीएम ने लाइव प्रसारण की अनुमति नहीं दी. इस खींचतान की वजह से बैठक नहीं हो सकी. अब जूनियर डॉक्टरों के संगठन ने वैकल्पिक रास्ता अपनाते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी को पत्र भेजा है. क्या कहा गया पत्र में इस पत्र को भेजने के संबंध में जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि वे नबान्न गये थे, पर बैठक नहीं हुई. अब उन्हें लगता है कि गतिरोध को दूर करने के लिए राष्ट्रपति व पीएम से संपर्क करना जरूरी है. पत्र में आरजी कर कांड के बाद से अब तक जो कुछ भी हुआ, उसका जिक्र किया गया है. उन्होंने लिखा कि आरजी कर को छोड़कर राज्य के बाकी मेडिकल कॉलेजों में सुरक्षा व्यवस्था काफी लचर है. मेडिकल कॉलेजों पर हमले होते रहते हैं.
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