राज्य सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम, मांगें पूरी नहीं होने पर आमरण अनशन
संवाददाता, कोलकातावरिष्ठ चिकित्सकों की सलाह मान कर व मरीजों के हित को देखते हुए जूनियर डॉक्टर हड़ताल खत्म कर शुक्रवार रात से काम पर लौट आये. हालांकि, आरजी कर कांड को लेकर इतने दिनों तक काम बंद करने वाले जूनियर डॉक्टरों की ओर से राज्य सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है. अगर 24 घंटे के भीतर जूनियर डॉक्टरों की मांगें पूरी नहीं की गयीं, तो वे आमरण अनशन शुरू करेंगे. यह जानकारी आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों के नेता डॉ देवाशीष हाल्दार ने दी. वेस्ट बंगाल जूनियर डॉक्टर फ्रंट की ओर महानगर के धर्मतला मेट्रो चैनल पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में डॉ हाल्दार ने यह घोषणा की. बता दें कि जूनियर डॉक्टरों ने शुक्रवार रात 8.20 बजे से शनिवार रात 8.20 बजे तक का राज्य सरकार को अल्टीमेटम दिया है. इस दौरान राज्य सरकार को उनकी सभी मांंगें माननी होगी. जूनियर डॉक्टर अपने साथ एक दीवार घड़ी भी लेकर पहुंचे थे. संवाददाता सम्मेलन से पहले जूनियर डॉक्टरों ने एसएसकेएम (पीजी) से धर्मतला मेट्रो चैनल तक रैली भी निकाली. डॉ देवाशीष हाल्दार ने कहा : न्याय की मांग के लिए हम पिछले 58 दिनों से लगातार आंदोलन कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि 10 सूत्रीय मांगों को पूरा करने के लिए सरकार को अल्टीमेटम दिया गया है.दुर्गाेत्सव के बीच जारी रहेगा जूनियर डॉक्टरों का धरना
दुर्गापूजा के दौरान भी जूनियर डॉक्टरों का धरना जारी रहेगा. शुक्रवार रात से ही जूनियर डॉक्टर काम पर लौट गये हैं. पर कुछ इंटर्न, हाउस स्टॉफ व एमबीबीएस के छात्र धर्मतला स्थित डोरिना क्राॅसिंग के पास धरना पर बैठ गये. दुर्गापूजा के दौरान आरजी कर कांड को लेकर जूनियर डॉक्टरों का धर्मतला में धरना जारी रहेगा. डॉ देवाशीष हाल्दार ने धर्मतला से घोषणा की : जन आंदोलन व मरीजों को ध्यान में रखते हुए हम हड़ताल वापस ले रहे हैं. जीबी की बैठक में भी यह निर्णय लिया गया था. लेकिन सरकार यह न सोचे कि हम डर गये हैं. हालांकि, उन्होंने यह भी संकेत दिया कि आंदोलन और तेज होने वाला है. देवाशीष ने कहा : पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, धर्मतला में डोरिना क्रॉसिंग पर लगातार धरना दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि जूनियर डॉक्टर शुक्रवार रात से काम पर वापस लौट गये हैं पर न्याय की मांग पर हमारी लड़ाई जारी रहेगी. उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि अगर 24 घंटे में उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं, तो वे शनिवार रात से ही भूख हड़ताल पर बैठ जायेंगे. ज्ञात हो कि हड़ताल खत्म करने से पहले जूनियर डॉक्टरों ने आंदोलन की संभावित दिशा और भावी कार्यक्रम तय करने के लिए गुरुवार रात से शुक्रवार सुबह तक करीब 10 घंटे तक पैन जीबी की बैठक की थी. जूनियर डॉक्टरों के अनुसार, पूजा से पहले हड़ताल खत्म करने के लिए सीनियर डॉक्टरों की ओर से कई तरह का प्रस्ताव दिये गये थे. ऐसे में लंबी चर्चा के बाद जूनियर डॉक्टर काम पर लौटने को तैयार हुए.जूनियर डॉक्टरों की 10 सूत्री मांगें
आरजी कर अस्पताल की पीड़िता को शीघ्र न्याय मिलेस्वास्थ्य विभाग प्रशासनिक अक्षमता व भ्रष्टाचार की जिम्मेदारी लेते हुए स्वास्थ्य सचिव को तुरंत पद से हटाये राज्य के सभी अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों में एक केंद्रीकृत रेफरल प्रणाली तुरंत लागू की जाये प्रत्येक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में डिजिटल रेफरल सिस्टम स्थापित हो, ताकि खाली बेड की जानकारी मिल सके सभी सरकारी अस्पतालों में सीसीटीवी, ऑन-कॉल रूम और बाथरूम की आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए जूनियर डॉक्टरों के निर्वाचित प्रतिनिधित्व के साथ प्रत्येक कॉलेज पर आधारित टास्क फोर्स का गठन किया जाये अस्पतालों की सुरक्षा बढ़ायी जाये, स्थायी महिला पुलिसकर्मियों की नियुक्ति हो अस्पतालों में डॉक्टरों, नर्सों व स्वास्थ्यकर्मियों के सभी रिक्त पदों पर तत्काल नियुक्ति हो ””थ्रेट कल्चर”” यानी छात्रों को धमकाने वाले गिरोहों को चिह्नित कर उन्हें दंडित करने के लिए हर मेडिकल कॉलेज में जांच समितियां स्थापित की जायें, राज्य स्तर पर भी एक जांच समिति बनायी जाये हर मेडिकल कॉलेज में छात्र परिषदों का चुनाव तुरंत कराया जाये, मेडिकल कॉलेजों को आरडीए यानी पैनिक बटन की व्यवस्था हो. मेडिकल कॉलेजों का प्रबंधन करने वालीं सभी समितियों में छात्रों और जूनियर डॉक्टरों के निर्वाचित प्रतिनिधि को शामिल किया जाये वेस्ट बंगाल मेडिकल काउंसिल में व्याप्त भ्रष्टाचार व अराजकता की तुरंत जांच करायी जायेडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है