जारी रहेगी जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल
जूनियर डॉक्टरों ने कहा- हमें सीएम से नहीं चाहिए इस्तीफा
जूनियर डॉक्टरों ने कहा- हमें सीएम से नहीं चाहिए इस्तीफा
कोलकाता. राज्य में आंदोलनकारी जूनियर चिकित्सकों ने आरजी कर अस्पताल मामले को लेकर जारी गतिरोध को हल करने के लिए बैठक का सीधा प्रसारण करने की अनुमति नहीं देने के लिए गुरुवार को राज्य प्रशासन के अड़ियल रवैये को दोषी ठहराया और दोहराया कि उन्होंने कभी भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग नहीं की. चिकित्सकों ने गतिरोध के लिए उन्हें दोषी ठहराने वाली बनर्जी की टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, उनका ‘काम बंद करो’ आंदोलन जारी रहेग. चिकित्सकों ने कहा : मुख्यमंत्री की टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है. हम चाहते थे कि बातचीत हो. गौरतलब है कि जूनियर डॉक्टर पिछले तीन दिनों से विधाननगर थाना क्षेत्र के सॉल्टलेक स्थित स्वास्थ्य विभाग मुख्यालय ”स्वास्थ्य भवन” से 100 मीटर दूर धरना पर बैठे हुए हैं. गुरुवार की शाम जूनियर डॉक्टरों के साथ सीएम की बैठक होनेवाली थी. इसके लिए जूनियर डॉक्टरों के 30 प्रतिनिधि राज्य सचिवालय नबान्न पहुंचे थे. सीएम ममता बनर्जी और जूनियर डॉक्टरों के बीच बैठक नहीं हो सकी, क्योंकि जूनियर डॉक्टर्स बैठक का लाइव प्रसारण चाहते थे. इसके लिए सीएम तैयार नहीं थीं. दूसरी तरफ प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टर बैठक का लाइव प्रसारण की मांग पर अड़े रहे. आखिरकार दो घंटे के इंतजार के बाद मुख्यमंत्री ने नबान्न से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा- मैं बंगाल की जनता से हाथ जोड़ कर माफी मांग रही हूं. मैं तीन दिन में भी समस्या का समाधान नहीं कर सकी. मैं बंगाल के लोगों से माफी मांगती हूं. मैंने उन लोगों को माफ कर दिया, जो नबान्न आये, लेकिन बैठक में शामिल नहीं हुए. उधर, जूनियर डॉक्टर नबान्न के सामने बैठे रहे. उस वक्त तक ममता बनर्जी नबान्न से जा चुकी थीं. ऐसे में जूनियर डॉक्टरों ने कहा, ””प्रशासनिक जटिलताओं के कारण बैठक नहीं हो सकी.
हम यह भी स्वीकार करते हैं कि अगर किसी के खिलाफ शिकायत है तो उसका फैसला सुप्रीम कोर्ट करेगा. हमें इस कुर्सी (सीएम) और इस भवन (सचिवालय) पर भरोसा है. हम इंतजार करने को तैयार हैं, क्योंकि हमें उम्मीद है कि बातचीत से ही समस्या का समाधान निकलेगा. जूनियर डॉक्टरों ने नबान्न के सामने पत्रकारों से कहा- हम शुरू से बैठक की लाइव स्ट्रीमिंग की मांग कर रहे थे. हमारी मांग जायज है, पर सरकार की ओर से हमें कोई स्पष्ट उत्तर नहीं मिला. हम राज्य के सर्वोच्च पद पर बैठे व्यक्ति के साथ चर्चा करने आये थे. हम सीएम के लिए भाई-बहन की तरह हैं. हम न्याय मांगने आये थे. हमारी बहन ””अभया”” न्याय मांग रही है. हम पीड़िता के परिवार के लिए चर्चा करने आये थे. हम सीएम से इस्तीफे की मांग नहीं कर रहे हैं.
जूनियर डॉक्टरों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कहा, ””हम अब भी आशान्वित हैं. इस कुर्सी और इस सचिवालय पर आस्था व आशा है. हमें उम्मीद है कि लोकतांत्रिक देश में सभी समस्याओं का समाधान चर्चा से निकलेगा. हमारा मानना है कि मुख्यमंत्री की मंशा अच्छी है. यदि फिर चर्चा के लिए बुलाया गया तो हम जाने को तैयार हैं. हम यहां विचाराधीन लंबित मामलों पर चर्चा करने के लिए नहीं आये थे. हम अपनी मांगों पर चर्चा करने आये थे.
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