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इंसाफ के लिए फिर सड़क पर उतरेंगे जूनियर डॉक्टर

आरजी कर मेडिकल कॉलेज में आयोजित प्रेसवार्ता में फ्रंट के सदस्य डॉ देवाशीष हल्दर ने बताया कि विगत नौ नवंबर को सेमिनार हॉल से जूनियर महिला डॉक्टर का शव बरामद हुआ था.

By Prabhat Khabar News Desk | November 2, 2024 1:43 AM

नौ को कॉलेज स्क्वायर से धर्मतला तक निकालेंगे रैली

राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में लगायेंगे ‘द्रोह गैलरी’ कोलकाता. वेस्ट बंगाल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट ने शुक्रवार को आरजी कर कांड के खिलाफ फिर सड़क पर उतरने की घोषणा की. आरजी कर मेडिकल कॉलेज में आयोजित प्रेसवार्ता में फ्रंट के सदस्य डॉ देवाशीष हल्दर ने बताया कि विगत नौ नवंबर को सेमिनार हॉल से जूनियर महिला डॉक्टर का शव बरामद हुआ था. नौ नवंबर को इस घटना के 90 दिन पूरे हो जायेंगे. लेकिन अब तक मृतका को न्याय नहीं मिला. मामले में सीबीआइ की ओर से कोर्ट में दायर की गयी प्राथमिक चार्जशीट से हम संतुष्ट नहीं है, क्योंकि उसमें कई तथ्य गायब हैं.

मसलन- मृतका के गुप्तांग से जो चिपचिपा पदार्थ बरामद हुआ था, उसकी डीएनए जांच की गयी है या नहीं? यह जानना बहुत जरूरी है कि वह पदार्थ क्या था. मृतका के नाखून से मिले आरोपी संजय राय की टिशू (त्वचा) की जांच हुई या नहीं, इसका भी उल्लेख नहीं है. ऐसे में कांड के तीन माह पूरे होने के अवसर पर नौ नवंबर को जूनियर डॉक्टर अपराह्न तीन बजे कॉलेज स्क्वायर से धर्मतला तक रैली निकालेंगे. हम आमजनों से भी इस रैली में शामिल होने की अपील कर रही हैं. साथ ही उस दिन आरजी कर मेडिकल कॉलेज में रक्तदान शिविर लगाया जायेगा. राज्यभर के मेडिकल कॉलेजों में आर्ट गैलरी लगायी जायेगी, जिसका नाम रखा गया है द्रोह गैलरी.

मृतका के नाम पर वसूला गया चंदा उसके परिजनों को सौंपे

जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (जेडीए) की मांग है कि आंदोलन में शामिल जूनियर डॉक्टर्स फ्रंट (जेडीएफ) के फंड में जमा पैसा मृतका के माता-पिता को सौंपा जाये. जेडीए के संयोजक डॉ श्रीश चक्रवर्ती ने शुक्रवार को एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि जेडीएफ ने अभया फंड के नाम पर जो चार करोड़ 75 लाख रुपये इकट्ठा किये हैं, उसे उसके माता-पिता की सुरक्षा में रखा जाना चाहिए. चाहे कानूनी काम के लिए मिलने वाला पैसा हो या किसी सामाजिक सेवा के काम के लिए. उधर, जेडीएफ की ओर से रुमेलिका कुमार ने जवाब में कहा कि लोगों ने हम पर भरोसा किया और पैसा दिये. पारदर्शीता रखना हमारा कर्तव्य है. हम तय करेंगे कि पैसों का क्या करना है. सूत्रों के मुताबिक, जेडीएफ ने एक चार्टर्ड अकाउंटेंट को हायर किया है, जो फंड की देखरेख कर रहे हैं.

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