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”आसानी से नहीं मिलेगा न्याय”

आरजी कर कांड. पीड़िता के माता-पिता ने फिर पुलिस की भूमिका पर उठाये सवाल

आरजी कर कांड. पीड़िता के माता-पिता ने फिर पुलिस की भूमिका पर उठाये सवाल पीड़िता की चाची ने ”वी वांट जस्टिस” के बजाय ”वी डिमांड जस्टिस” का नारा लगाया कोलकाता. आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में जूनियर महिला डॉक्टर से रेप व हत्या कांड के हुए 30 दिन हो चुके हैं. इसके बाद भी पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला है. इस बीच, सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में आरजी कर मामले की सुनवाई है. सुनवाई से पहले ज्वाइंट प्लैटफॉर्म ऑफ डॉक्टर्स की ओर से आयोजित रैली में पीड़िता के माता-पिता सह अन्य परिजन भी मौजूद रहे. रैली एनआरएस मेडिकल कॉलेज से धर्मतला तक निकाली गयी, जिसमें हजारों की संख्या में चिकित्सक सह अन्य स्वास्थ्यकर्मियों ने हिस्सा लिया. रैली के रानी रासमणि रोड पहुंचने पर यहां चिकित्सकों द्वारा आयोजित सभा में पीड़िता के माता-पिता सह अन्य परिजनों ने संबोधित किया. पीड़िता की मां ने प्रशासनिक अधिकारियों पर असहयोग का आरोप लगाया. उन्होंने कहा : पहले दिन से ही पुलिस असहयोग कर रही है. मामले को छिपाने की कोशिश की जा रही है. पिता ने पुलिसिया जांच पर सवाल उठाये, कहा : सिर्फ मेरी बेटी का रेप नहीं हुआ. इस घटना की वजह से मेरा पूरा परिवार ही खत्म हो गया है. चाची ने अनुरोध करते हुए कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलता, तब तक नागरिक समाज को यह आंदोलन जारी रखना चाहिए. पीड़िता की चाची ने ””””वी वांट जस्टिस”””” का नारा लगाने के बजाय ””””वी डिमांड जस्टिस”””” का नारा लगाने को कहा. डॉक्टर भी उनसे सहमत हुए और कहा हमारी एक ही मांग है. हम इस घटना से हताश हैं. केवल शीर्ष अदालत ही हमारी हताशा को दूर कर सकती है. पीड़िता की चाची ने कहा : मैंने बचपन से उसे बड़े होते देखा था. अब मुझे (काकी) चाची कहने वाला कोई और नहीं है. वहीं, पीड़िता के पिता ने रविवार को धर्मतला में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह जानते हैं कि उन्हें आसानी से न्याय नहीं मिलेगा. चिकित्सक और नागरिक समाज की एकजुटता के कारण ही बेटी को न्याय मिलेगा. उन्होंने कहा : मैं सभी से कहना चाहता हूं कि मेरे साथ बने रहें. मृतक डॉक्टर की मां ने सभी प्रदर्शनकारियों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा : बचपन से ही मेरी बेटी डॉक्टर बनना चाहती थी. बेरहमी से प्रताड़ित करते हुए उसकी हत्या कर दी गयी. शायद प्राण निकलते समय वह मां-मां कह रही थी: मां ने भावुक होते हुए कहा : शायद प्राण निकलते समय वह “मां-मां ” कह रही थी. इस वजह से यह आवाज हर दिन मुझे सुनायी दे रही है. उन्होंने कहा : सरकार, पुलिस-प्रशासन ने शुरू से ही हमारा साथ नहीं दिया. शुरू से ही सबूत के साथ छेड़छाड़ हुई. बस एक ही विनती है कि जब तक मेरी बेटी को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक आप लोग आंदोलन जारी रखें.

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